Sunday, December 29, 2024

केदारनाथ में खिला कमल, आशा नौटियाल 5,622 वोटों से जीतीं 

देहरादून। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार आशा नौटियाल ने शानदार प्रदर्शन करते हुए केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव में 23,814 वोट हासिल कर जीत दर्ज की। उनके निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस उम्मीदवार मनोज रावत को 18,192 वोट मिले, जिससे आशा नौटियाल ने 5,622 वोटों के अंतर से विजय प्राप्त की।

 

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उत्तराखंड क्रांति दल (यूकेडी) के आशुतोष भंडारी को 1,314 वोट मिले, जबकि पीपीआई (डी) के प्रदीप रोशन ने 483 वोट हासिल किए। निर्दलीय उम्मीदवारों में त्रिभुवन सिंह ने 9311 वोट और आरपी सिंह ने 493 वोट प्राप्त किए। इस चुनाव में 834 मतदाताओं ने NOTA (उपरोक्त में से कोई नहीं) का विकल्प चुना।

 

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उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले की प्रतिष्ठित केदारनाथ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की शानदार जीत को पार्टी की विकासवादी नीतियों और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में जनता के विश्वास की बड़ी जीत माना जा रहा है।

 

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यह उप चुनाव केवल एक विधानसभा क्षेत्र तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसका प्रभाव राज्य की राजनीति और आगामी चुनावों पर पड़ना तय है। केदारनाथ सीट की यह जीत भाजपा के लिए एक अहम मनोवैज्ञानिक बढ़त है, खासकर तब जब राज्य में जल्द ही निकाय चुनाव होने वाले हैं और 2027 के विधानसभा चुनावों की नींव अभी से तैयार हो रही है।

जीत के प्रमुख कारण

स्थानीय विकास योजनाएं : भाजपा ने केदारनाथ पुनर्निर्माण परियोजना और चारधाम यात्रा को सुगम बनाने के लिए किए गए कार्यों को अपनी प्रमुख उपलब्धियों के रूप में पेश किया।

सरकारी योजनाओं का प्रभाव : केंद्र और राज्य सरकार की योजनाएं, जैसे उज्ज्वला योजना, आयुष्मान भारत, और प्रधानमंत्री आवास योजना, ग्रामीण और पर्वतीय क्षेत्रों में भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने में सफल रहीं।

सशक्त चुनावी रणनीति : भाजपा ने बूथ स्तर पर संगठित प्रचार अभियान चलाया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय नेतृत्व के साथ समन्वय ने चुनावी रणनीति को मजबूत बनाया।

ध्रुवीकरण के मुद्दे : भाजपा ने अपने कोर वोट बैंक को मजबूत बनाए रखा और कांग्रेस की कमजोरियों को उजागर करने में सफलता पाई।

कांग्रेस के लिए बड़ा झटका

कांग्रेस के लिए यह हार आत्ममंथन का विषय है। कांग्रेस ने स्थानीय मुद्दों पर जोर देने की कोशिश की, लेकिन उसकी रणनीति मतदाताओं को प्रभावित करने में नाकाम रही।

भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल

चुनाव परिणाम आते ही भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों में जश्न का माहौल है। पूरे राज्य में मिठाइयां बांटी गईं और केदारनाथ से लेकर देहरादून तक विजय जुलूस निकाले गए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह जीत जनता के आशीर्वाद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन का परिणाम है। भाजपा विकास के पथ पर आगे बढ़ती रहेगी।

जीत ने भाजपा को आत्मविश्वास से भरा

इस जीत ने भाजपा को आगामी निकाय चुनावों और 2027 के विधानसभा चुनावों के लिए आत्मविश्वास से भर दिया है। उपचुनाव के नतीजों से भाजपा को शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़त हासिल करने का मौका मिलेगा।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि केदारनाथ की यह जीत भाजपा के लिए न केवल राज्य स्तर पर बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी बड़ी सफलता है। इससे साफ हो गया है कि भाजपा की विकासवादी नीतियां और प्रभावी नेतृत्व राज्य की जनता को प्रभावित कर रहा है।

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