गुवाहाटी। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा आरोप पत्र पेश करने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला बोला। सरमा ने राहुल गांधी पर नेशनल हेराल्ड अखबार में भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी की गतिविधि में शामिल होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “गांधी परिवार द्वारा धोखाधड़ी से कंपनी का अधिग्रहण किए जाने के बाद, अचानक प्रतिष्ठान की संपत्ति मात्र 50 लाख रुपये से 2,000 करोड़ रुपए हो गई। इसके अलावा, कंपनी को कंपनी पंजीकरण अधिनियम की धारा 9 के तहत बनाया गया था, जिसमें यह अनिवार्य है कि कोई इससे लाभ नहीं कमा सकता। लेकिन गांधी परिवार इससे लाभ कमा रहा था।
“उन्होंने कहा, “आज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ईडी की चार्जशीट के खिलाफ कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन किया है, लेकिन इन बेचारों को नहीं पता कि उनके नेता राहुल गांधी गहरे भ्रष्टाचार में शामिल हैं। मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं से आग्रह करता हूं कि वे अपने नेता से कहें कि वे पार्टी फंड से लूटे गए जनता के पैसे वापस करें। क्या आपने कांग्रेस के पार्टी कार्यालयों की स्थिति देखी है? वे बहुत खराब स्थिति में हैं। कम से कम उस 2,000 करोड़ रुपए का इस्तेमाल पार्टी कार्यालयों की स्थिति बदलने के लिए किया जा सकता है। असम में कांग्रेस कार्यालयों की स्थिति भी दयनीय है।” सीएम ने कहा, “लोगों को यह समझना चाहिए कि राहुल गांधी पैसा कमा रहे हैं, लेकिन गरीब कांग्रेस कार्यकर्ता वंचित हैं।
मुझे उन पर दया आती है। मुझे कांग्रेस कार्यकर्ताओं से बहुत सहानुभूति है जो जमीन पर हैं। राहुल गांधी हमेशा दूसरों पर निशाना साधते हैं और उन्हें भ्रष्ट कहते हैं, लेकिन अब समय आ गया है कि मां-बेटे की जोड़ी अदालत के सामने अपनी बेगुनाही साबित करे।” उल्लेखनीय है कि ईडी ने मंगलवार को नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपपत्र दाखिल किया। सोनिया और राहुल गांधी के अलावा, आरोपपत्र में कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा और सुमन दुबे को सह-आरोपी बनाया गया है। यह मामला भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा 2014 में दर्ज की गई शिकायत पर आधारित है, जो नेशनल हेराल्ड के प्रकाशक एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) द्वारा 2,000 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति के कथित अधिग्रहण और उसके बाद यंग इंडियन को हस्तांतरित करने से संबंधित है। यंग इंडियन कंपनी में सोनिया और राहुल गांधी दोनों की 38 प्रतिशत हिस्सेदारी है।