लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व प्रधानमंत्री ‘भारत रत्न’ श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि के अवसर पर लोकभवन में अटल जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया। इस अवसर मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीति में अजातशत्रु के रूप में एक सर्वमान्य चेहरे के रूप में अटल जी की पहचान थी। उन्होंने भारतीय राजनीति को एक नई ऊंचाईयों पर पहुंचाने का काम किया। योगी ने कहा कि अटल जी की कविताएं उनकी स्मृतियां भारतीय राजनीति के लिए उनके मूल्य व सिद्धांत सदैव एक नई प्रेरणा देती रहेंगी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता की ओर से उत्तर प्रदेश शासन की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि अटल जी का पैतृक गांव वह बटेश्वर है। उन्होंने उच्च शिक्षा कानपुर में रहकर पूरी की। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से वह उन्होंने प्रारम्भिक शिक्षा लेने के बाद राष्ट्रधर्म और अन्य विचार परिवार के साथ जुड़कर एक लेखक के रूप में अपनी पहचान बनाई। डा.श्यामा प्रसाद मुखर्जी व पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सानिध्य में उन्होंने सार्वजनिक जीवन की शुरूआत की। लखनऊ संसदीय क्षेत्र का उन्होंने लगातार पांच बार संसद में प्रतिनिधित्व किया।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आधुनिक भारत के निर्माण का माडल कैसा होना चाहिए। ग्रामीण भारत में विकास का माडल क्या होना चाहिए। अन्त्योदय की योजना को उन्होंने गरीबों तक पहुंचाने का काम किया।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद कहा कि अटल एक व्यक्ति नहीं विचार हैं,अटल एक जीवन नहीं संस्कार हैं। राष्ट्र निर्माण में उनके अद्वितीय योगदान के लिए हमेशा स्मरण किया जायेगा।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, महापौर सुषमा खर्कवाल, राज्यसभा सांसद डा. दिनेश शर्मा, पूर्व मंत्री डा. महेन्द्र सिंह, एमएलसी लालजी प्रसाद निर्मल, मुकेश शर्मा, विधायक डा.नीरज बोरा व महानगर भाजपा अध्यक्ष आनंद द्विवेदी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।