मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर से यूपी ATS ने मंगलवार को एक संदिग्ध को पकड़ा। जहा ATS के डिप्टी एसपी सुशील कुमार ने बताया कि मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन से मुनीर आलम की गिरफ्तारी हुई है। वह 2015 से प्रतिबंधित संगठन पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी PFI का एक्टिव मेंबर है। मुनीर को पश्चिमी यूपी में PFI की गतिविधियों को बढ़ाने का जिम्मा सौंपा गया था।
इस मामले में मुनीर आलम की पत्नी हिना बताया कि अगर वो गुनाहगार है, तो जरूर सजा मिले। वहीं, पिता मंगता हुसैन ने कहा कि मुनीर निर्दोष है। हिना ने कहा, ”हम तो बहुत गरीब आदमी हैं। हमको सुनने को मिला है कि उनको मुजफ्फरनगर स्टेशन के पास जो ईदगाह है। वहां से उठा लिया गया है। वो वहां सब्जी खरीद रहे थे।” हिना ने बताया कि मेरी मुनीर से 5 साल पहले शादी हुई थी। मेरे दो बच्चे हैं। दोनों बच्चों को किसी तरह पाल पोस रहे हैं। हमारे घर की हालत देखिए और बताइए ऐसा लगता है कि मुनीर कुछ गलत काम किया होगा? हमारे घर में खाने-पीने का सामान तक नहीं है। मुनीर पेशे से एडवोकेट है। वो कचहरी में प्रैक्टिस कर रहे थे।
बताया कि उस दिन भी कचहरी के बाद ही वह अपनी बहन के घर गए थे। वहां से 600 रुपए उधार लिए और फिर घर के लिए सब्जी और खाने-पीने का सामान खरीदने लगे। वहीं से लौटते वक्त उन्हें पकड़ लिया गया। उनके बैग में भी यही मिला होगा। अगर वो गुनाहगार है, तो जरूर सजा मिले।”
मुनीर के पिता मंगता हुसैन ने कहा, ”साहब, हम बहुत गरीब हैं। इस छोटे से घर के अलावा हमारे पास कुछ भी नहीं है। मुनीर, उसकी पत्नी और दो बच्चों के अलावा, बड़े भाई, जिसकी मौत हो गई है। उसकी पत्नी और 8 बच्चे रहते हैं। दूसरा बड़ा भाई और उसकी पत्नी और बाकी उसके बच्चे इसी घर में रहते हैं। हम लोग इतना गरीब है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दो कमरे बनवाए थे। मुनीर भी घर पर पन्नी डालकर रह रहा था।”
मंगता ने कहा, ”हमें तो सब्जी वालों ने बताया कि उसे पकड़ लिया गया है। अब गांव वाले बता रहे हैं कि वो PFI का पैसा जोड़ रहा था। अरेआप देखिए अगर पैसा जोड़ रहा होता तो घर भी बना सकता था। पन्नी तान कर नहीं रहता। यहां से 9 बजे निकलते था और शाम 6 बजे तक घर आ जाता था। वो बहुत सीधा है। उसे फंसाया जा रहा है। वो बेकसूर है।”
मुनीर के पिता ने कहा, ”PFI एक साल पहले बैन हुई है। लेकिन मेरा बेटा कई वर्षों से एक ही फोन चला रहा है। उस फोन और सिम की डिटेल खंगाली जाए। पुलिसवाले जांच कर लें कि उसने कहां-कब और किससे बात की है। उसने आज तक कोई सिम नहीं बदला। पता नहीं कैसे उसे गिरफ्तार कर लिया गया।”
बुधवार को ATS ने मुनीर आलम को लखनऊ में विशेष कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने ATS के एप्लिकेशन पर मुनीर की 10 दिनों की रिमांड मंजूर कर ली। 6 जुलाई से यह रिमांड लागू होगी। ATS के मुताबिक, मुनीर नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में हुए उग्र प्रदर्शनों में शामिल रहा था। इस दौरान वह जेल भी गया था।
वही ATS अफसरों ने बताया कि पिछले साल 22 दिसंबर को मेरठ से PFI के सक्रिय सदस्य मौलाना शादाब अजीज काशमी, मौलाना इस्लाम कासमी, मौलाना साजिद और मुफ्ती शहजाद को गिरफ्तार किया गया था। इन चारों से लगातार पूछताछ की जा रही है। पूछताछ में इन लोगों से मुनीर आलम से बारे में पता चला। मुनीर PFI की गोपनीय योजनाओं पर काम कर रहा था।
UP ATS ने रविवार को दो संदिग्धों को अरेस्ट किया। NIA के इनपुट पर ATS ने एक को गोंडा से, तो दूसरे को जम्मू-कश्मीर से अरेस्ट किया। ATS चीफ नवीन अरोड़ा ने बताया कि दोनों के हिजबुल मुजाहिद्दीन, अलकायदा और ISI जैसे आतंकी संगठनों से कनेक्शन हैं। इनमें से एक यूपी के गोंडा का रहने वाला है, जिसका नाम सद्दाम शेख बताया गया है।