हाथरस- एक सत्संग में 121 से ज्यादा श्रद्धालुओं की मौत की वजह बने बाबा भोलेनाथ के सत्संग में पुलिस ने जांच से पहले ही गुलाटी मार ली है। पुलिस ने इन मौतों के लिए बाबा को क्लीनचिट दे दी है और 121 मौत के लिए केवल बाबा के सेवादार ही आरोपी बनाये गए है।
गत रात्रि तक यह चर्चा थी कि बाबा भोलेनाथ के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा और उनकी गिरफ्तारी भी होगी लेकिन पुलिस ने जो मुकदमा दर्ज किया है, उसमें मुख्य सेवादार को ही आरोपी बनाया गया है।
हाथरस में गत दिवस बाबा भोलेनाथ उर्फ नारायण साकार का सत्संग आयोजित था, जिसमें लाखों श्रद्धालु मौजूद थे, जिसमें अब तक 121 से ज्यादा लोगों की भगदड़ में मौत हो गई है,जिसको लेकर गत दिवस से हंगामा मचा हुआ है। प्रदेश के मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी समेत संदीप सिंह व असीम अरुण को गत दिवस ही हाथरस भेज दिया गया था और खुद मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार भी मौके पर कैंप किये हुए है, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी बुधवार को घटनास्थल पर पहुँच रहे है।
इसी बीच पुलिस ने इस मामले में एक एफआईआर दर्ज कर ली है लेकिन उसमे पुलिस ने बाबा भोलेनाथ को दोषी नहीं बनाया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत पुलिस प्रशासन के आला अफसर लगातार दावा कर रहे थे कि
इसमें आरोपी को बक्शा नहीं जाएगा लेकिन जो एफआईआर दर्ज कराई गई है ,उसमें मुख्य सेवादार देव प्रकाश मधुकर समेत अन्य सेवादारों के खिलाफ धारा 105, 110, 126(2), 223 और 238 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इस पूरे प्रकरण में नारायण साकार पर कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है।
गत रात्रि पुलिस टीम मैनपुरी में बाबा के आश्रम पर गई थी तो यह चर्चा फैली थी कि बाबा भोलेनाथ के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होगी लेकिन जो मुकदमा दर्ज हुआ है, उसमें बाबा को क्लीन चिट मिल गई है और उनके सेवादार ही नामजद किए गए हैं।