नई दिल्ली। महाराष्ट्र के बीड स्थित एक मस्जिद में रविवार को हुए धमाके के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए इलाके में फोर्स की तैनाती की गई है। पुलिस अधिकारियों की ओर से घटना में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही जा रही है। इन सबके बीच एआईएमआईएम (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने गंभीर सवाल उठाए हैं। असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “महाराष्ट्र के बीड में 29 मार्च को सुबह 2:30 बजे विजय गव्हाने और श्रीराम सागड़े ने मस्जिद को निशाना बनाकर धमाका किया। विजय ने जिलेटिन स्टीक्स के साथ अपना एक वीडियो भी पोस्ट किया था। इससे साफ है कि उसे भरोसा है कि उसे हीरो की तरह ट्रीट किया जाएगा। मस्जिद को भारी नुकसान पहुंचा है और इस हमले ने गांव के मुसलमानों को हिलाकर रख दिया है। शफीक भाऊ और खिजर पटेल की हमारी एआईएमआईएम टीम मौके पर पहुंची और एफआईआर दर्ज करवाने में मदद की।
” ओवैसी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से सवाल किया कि घटना में शामिल आरोपियों पर बीएनएस और आईईए की कमजोर धाराएं ही क्यों लगाई गईं, यूएपीए क्यों नहीं? क्या वे आतंकवादी नहीं हैं? क्या इन आरोपियों को बुलडोजर न्याय मिलेगा? क्या उन्हें मस्जिद के पुनर्निर्माण के लिए मुआवजा देना होगा? ओवैसी ने पूछा, “इन ‘संस्कारी’ लोगों को किसने उकसाया? क्या यह कोई फिल्म थी या मुसलमानों के खिलाफ लगातार भड़काऊ भाषण थे?” उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र के बीड के अर्धमसाला गांव में रविवार को एक मस्जिद के पास हुए संदिग्ध विस्फोट में दीवारें और फर्श क्षतिग्रस्त हो गए। जिलेटिन की छड़ें बरामद की गईं और दो लोगों को हिरासत में लिया गया। पुलिस ने लोगों से शांत रहने की अपील की। मस्जिद पर हुए इस हमले के बाद से मुस्लिम समुदाय में गुस्से का माहौल है। मस्जिद में हुए ब्लास्ट के संदर्भ में मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि हमें इस घटना की जानकारी मिली है। यह किसने किया है, हमें यह भी जानकारी मिल गई है। इस घटना को लेकर वह बेहद चिंतित हैं और पुलिस को सख्ती से जांच करने का आदेश दिया है।