कोलकाता। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस ने शुक्रवार को एक नई योजना ‘अभया प्लस’ की घोषणा की है, जिसके तहत राज्य में लड़कियों के लिए आत्मरक्षा कोर्स आयोजित किए जाएंगे। राज्यपाल के रूप में दो साल पूरे करने के अवसर पर राजभवन के मीडिया सेल ने एक बयान जारी किया, जिसमें राज्य के समग्र विकास के लिए उनके आगामी योजनाओं की जानकारी दी गई।
राजभवन के बयान में नौ बिंदुओं पर आधारित एक योजना का उल्लेख किया गया है, जिसमें से एक महत्वपूर्ण बिंदु ‘अभया प्लस’ है। इस योजना को राज्यपाल की खुद की सोच मानी जा रही है, जिसका उद्देश्य महिलाओं की सुरक्षा को लेकर है। यह योजना विशेष रूप से आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की एक महिला डॉक्टर की संदिग्ध परिस्थिति में हुई हत्या के संदर्भ में लाई गई है। उस डॉक्टर का शव नौ अगस्त को अस्पताल के सेमिनार हॉल में मिला था। यौन उत्पीड़न मामलों में पीड़ित का नाम उजागर करने पर प्रतिबंध होने के कारण उस डॉक्टर को ‘अभया’ का नाम दिया गया था।
राज्यपाल के कार्यालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि आने वाले दिनों में राज्यपाल का ध्यान विशेष रूप से मानव तस्करी रोकथाम, नशा मुक्ति, महिला सशक्तिकरण, बच्चों की सुरक्षा, युवाओं की भागीदारी और सांस्कृतिक व शैक्षणिक पहलुओं पर होगा। इन सभी योजनाओं का उद्देश्य कमजोर वर्गों की भलाई पर केंद्रित रहेगा, जो राज्यपाल के दिल के करीब है और संवैधानिक कर्तव्य का हिस्सा है।
राज्यपाल का एक विशेष जन-संपर्क कार्यक्रम भी शुरू किया जाएगा, जिसके तहत वे पश्चिम बंगाल के सभी जिलों में 250 से अधिक स्थानों का दौरा करेंगे। वे कॉलेजों और स्कूलों के छात्रों के बीच जाकर उनसे बातचीत करेंगे और उन्हें प्रेरित करेंगे।
बयान में यह भी कहा गया है कि राज्यपाल आदिवासी क्षेत्रों का दौरा करेंगे और किसी भी प्रकार की कठिनाई में फंसे लोगों, अनाथालयों और वृद्धाश्रमों में भी जाकर उनकी समस्याओं को समझने का प्रयास करेंगे। इसके साथ ही, मेधावी और जरूरतमंद छात्रों को छात्रवृत्ति दी जाएगी और समाज के विभिन्न क्षेत्रों में योगदान देने वालों को सम्मानित किया जाएगा।