Tuesday, December 17, 2024

तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों से मारपीट, भाजपा ने नीतीश और तेजस्वी को घेरा, सदन में भी हंगामा

पटना । तमिलनाडु में हिंदी भाषियों को लेकर बवाल जबरदस्त तरीके से मचा हुआ है। दावा हैं कि तमिलनाडु में काम कर रहे हिंदी भाषी मजदूरों पर लगातार हमले हो रहे हैं। इस कारण वहां काम करने वाले मजदूरों में भय है। तमिलनाडु में काम कर रहे ज्यादातर मजदूर बिहार से हैं।

इन हमलों के बाद अब वे बिहारी मजूदर अपना काम छोड़कर गांव लौटना चाहते हैं। लेकिन, ट्रेनों में टिकट नहीं होने की वजह से स्थिति और खराब होती हुई नजर आ रही है। मजदूरों के अलावा बिहारी छात्रों को भी निशाना बनाया जा रहा है। चुन-चुन कर हिंदी भाषी मजदूरों को निशाना बनाया जा रहा है।

त्रिपुर में यह हिंसा शुरू हुई थी, जो अब राजधानी चेन्नई तक पहुंच चुकी है। वहां रह रहे मजदूरों के मुताबिक अब तक इस हमले में 2 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।

वहां फंसे मजदूर लगातार मदद के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से गुहार लगा रहे हैं। एक मजदूर का कहना है कि जान बचाने के लिए उन्हें घर में छुप कर रहना पड़ रहा है। काम करने नहीं जा रहे हैं, इस कारण उन्हें खाने-पीने की भी दिक्कत हो रही है। डर की वजह से कंपनी में एक घंटा पहले या बाद में जाते हैं। ट्रेन में चढ़ने के लिए लंबी लाइन लग रही है।

वहां पिटाई की वजह से मजदूरों के परिवार वाले भी दहशत में हैं। उन्हें भी अनहोनी का डर लग रहा है। दावा किया जा रहा है कि कई लोगों पर कुल्हाड़ी से हमले किए जा रहे हैं। इतना ही नहीं, उन्हें चाकू भी मारे जा रहे हैं।

वहीं दूसरी ओर भाजपा ने तमिलनाडू में बिहारी मजदूरों से मारपीट को बड़ा मुद्दा बना लिया है। बिहार भाजपा जबरदस्त तरीके से इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेर रही है। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने भी यह मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में हो रहे अत्याचार का हम मुद्दा उठाने वाले थे। हम इस पर चर्चा चाहते थे। लेकिन मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री मौजूद नहीं है। कोई मंत्री बोलने को तैयार नहीं है। सिन्हा ने मुख्यमंत्री से इस पर तुरंत सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है।

उन्होंने ट्वीट कर कहा कि तमिलनाडु में स्थानीय और बाहरी के विवाद में बिहारी श्रमिकों पर हमले और उनकी हत्या की घटनाएं दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं बिहार के सभी श्रमिक भाइयों जो उन्मादियों की हिंसा के शिकार हुए हैं उनके प्रति अपनी भावपूर्ण संवेदना व्यक्त करता हूं। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन और मुख्यमंत्री नीतीश को अविलम्ब पहल कर वहां रह रहे बिहारी मजदूरों व छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित कर हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।

बिहार विधानमंडल में बजट सत्र के पांचवें दिन विधानसभा-विधान परिषद में तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हो रहे हमले को लेकर के भाजपा ने जोरदार हंगामा किया। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि तमिलनाडु में मजदूरों के साथ घटना हो रही हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में तमिलनाडु के डीजीपी झूठ बोल रहे हैं।

विजय सिन्हा ने कहा कि जमुई और मुंगेर के लोग सहमे हुए हैं। पलायन कर रहे हैं। तमिलनाडु में एक टीम बनाकर भेजनी चाहिए। इसकी जांच होनी चाहिए। मामला सही निकलेगा। अगर मामला गलत निकला तो मैं माफी मांगूंगा नहीं तो आपको सदन में माफी मांगनी पड़ेगी।

विजय सिन्हा के आरोपों पर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में बिहार के सभी मजदूर सुरक्षित हैं। इस पर सियासत नहीं करें। जो भी मामला है उसकी सरकार जांच करेगी। जो दोषी पाए जाएंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी। बिहार डीजीपी ने वायरल हो रहे वीडियो को झूठा बताया है। आपको हम पर विश्वास नहीं है तो केंद्रीय गृहमंत्री इसकी जांच करवा लें।

विजय सिन्हा ने कहा कि उनकी मजदूरों से बात हुई है। मजदूरों ने उन्हें बताया कि तमिलनाडु में मजदूरों की हत्याएं हुई हैं और वह लोग अपने घर नहीं जा पा रहे हैं। इस पूरे मामले को बिहार सरकार दबाने में लगी है। विजय सिन्हा ने कहा कि केंद्र सरकार से हम लोग बात करेंगे। बिहार सरकार जल्द से जल्द टीम को तमिलनाडु भेजकर जांच कराए। हम चुप नहीं रहेंगे।

विजय सिन्हा ने कहा कि चंदन नाम का मेरे क्षेत्र का डुंमरी गांव का युवक है। उसने मुझे फोन किया। उसने कहा कि फैक्टरी में भी सुरक्षा नहीं दी जा रही है। बस, ट्रेन सभी जगहों पर हमें मारा जा रहा है। हमने यही मामला विधानसभा में उठाया। उप मुख्यमंत्री इस मामले को फर्जी बता रहे हैं।

विजय सिन्हा ने कहा कि उप मुख्यमंत्री एक गुंडे की भाषा बोल रहे हैं। विधानसभा अध्यक्ष भी उन्हीं के इशारे पर चल रहे हैं। सरकार और तमिलनाडु के डीजीपी का बयान झूठा है। वहां से हमारे लोगों को सुरक्षित निकालकर लाएं नहीं तो हम सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे। तमिलनाडु में 12 लोगों की हत्याएं हुई हैं।

बिहार विधान परिषद में भी हंगामा

बिहार विधान परिषद में नेता विरोधी दल सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार की सरकार तमिलनाडु मामले में जनता को गुमराह कर रही है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। वहां के कई परिवार के लोग यह बता रहे कि तमिलनाडु में उनके साथ क्या-क्या हो रहा है। वहां के परिवार के लोगों की हत्या की गई है। इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा कि सरकार झूठ बोलने पर उतारू है। सरकार जनता को गुमराह कर रही है। इसकी जांच होनी चाहिए। पुलिस मुख्यालय भी दबाव में गलत बयान दे रहा है। उन्होंने कहा कि 17 साल से नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री हैं लेकिन वह रोजगार नहीं दें सके। नीतीश कुमार को इस्तीफा दे देना चाहिए। जनता दल यूनाइटेड जब लोजपा (रामविलास) के सामने नहीं टिक पाई। तो वह भाजपा के आगे क्या टिकेगी।

उल्लेखनीय है कि बीते गुरुवार को विधान सभा विधान परिषद में तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हो रहे हमले को लेकर काफी बवाल हुआ था। इसके बाद बिहार के डीजीपी आर्यस भट्टी ने मीडिया को बताया है कि इस तरह की कोई घटना नहीं हुई। उनकी तमिलनाडु के डीजीपी से बात हुई है। इसके बाद भी हंगामा होता रहा। देर शाम तमिलनाडु के डीजीपी का एक वीडियो बिहार सरकार ने मीडिया को जारी किया, जिसमें वह कह रहे थे कि बिहारी या हिंदी भाषी क्षेत्रों के किसी भी युवक की हत्या पूरे तमिलनाडु में नहीं हुई है। यह वीडियो भ्रामक है और गलत तरीके से फैलाया जा रहा है।

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