रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने सूरजपुर में एक पुलिस हेड कांस्टेबल की पत्नी और मासूम बच्ची की हत्या के मामले में कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई के पदाधिकारी कुलदीप साहू की संलिप्तता को लेकर कांगस पर तीखा हमला बोला है। श्रीवास्तव ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस अपने गुण्डा तत्वों के जरिए कानून-व्यवस्था बिगाड़कर अराजकता और आतंक का जहर घोलने में लगी है। यह कांग्रेस के आपराधिक चरित्र का शर्मनाक नमूना है और प्रदेश की भाजपा सरकार मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय व उप मुख्यमंत्री/गृह मंत्री के नेतृत्व व मार्गदर्शन में ऐसे तत्वों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
भाजपा प्रदेश महामंत्री श्रीवास्तव ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, पूर्व उप मुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव समेत तमाम कांग्रेस नेताओं द्वारा इस भयावह अपराध के लिए प्रलाप किए जाने पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हर तरह के अपराधों में संलग्न लोगों की शरणस्थली बनी कांग्रेस का यही राजनीतिक ट्रेक रिकॉर्ड रहा है कि जब वह सत्ता में होती है तो आपराधिक तत्वों को प्रश्रय देकर अपने हित साधने के लिए उन्हें इस्तेमाल करती है और सत्ता से दूर रहने पर इन्हीं तत्वों को इस्तेमाल करके प्रदेश में अपराधों का सिलसिला चलाकर अराजकता फैलाने में अपनी ताकत झोंक देती है। प्रदेश में ऐसी कोई गंभीर आपराधिक वारदात बाकी नहीं रही है, जिसके तार कांग्रेस से जुड़े हुए नहीं हों। राज्य की आंतरिक सुरक्षा और क़ानून-व्यवस्था को सबसे बड़ी चुनौती कांग्रेस ही है।
श्रीवास्तव ने कांग्रेस नेताओं पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि क्या दीपक बैज के नेतृत्व में इन्हीं आपराधिक तत्वों के संरक्षण के लिए तथाकथित न्याय पदयात्रा का ढोंग रचा था? उक्त पदयात्रा में भी जो तमाम आपराधिक तत्व कांग्रेस की तथाकथित न्याय पदयात्रा के पोस्टर ब्वॉय बने हुए थे, वे आपराधिक तत्व बाकायदा बैनर-पोस्टर लगाकर न्याय यात्रा के स्वागत की तैयारी किन नेताओं की शह पाकर कर रहे थे? कांग्रेस के आपराधिक चेहरे लगातार उजागर हो रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश के करीबी ठगी के आरोपित केके श्रीवास्तव के भगोड़ा घोषित होने के मद्देनजर श्री श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में न केवल प्रदेश के खजाने में डाका डाला गया, हजारों करोड़ रुपये घपले-घोटाले करके प्रदेश की जनता का हक मारा गया, बल्कि आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को राजनीतिक संरक्षण देकर लूट मचाने की खुली छूट दी गई। पूर्व मुख्यमंत्री बघेल को उक्त आरोपित से अपने रिश्तों को सार्वजनिक करना चाहिए, क्योंकि ठगी का यह आरोपित पूर्व मुख्यमंत्री बघेल के लिए विशेष पूजा-पाठ करता था और इसी कारण बघेल का अक्सर उसके बिलासपुर स्थित निवास में आना-जाना लगा रहता था।