नई दिल्ली। विधान सभा चुनाव की लड़ाई अब चुनाव आयोग भी पहुंच गई है। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी के नेतृत्व में भाजपा नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को चुनाव आयोग से मुलाकात कर प्रियंका गांधी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर गलत बयान देने एवं धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाते हुए आयोग से उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
भाजपा ने चुनाव आयोग को दिए ज्ञापन में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पर राजस्थान के दौसा में 20 अक्टूबर की रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देवनारायण के मंदिर में 21 रुपये के दान वाले लिफाफे की खबर का जिक्र कर झूठ फैलाने और धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया।
भाजपा ने प्रियंका गांधी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की व्यक्तिगत धार्मिक आस्था को आहत करने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
चुनाव आयोग को प्रियंका गांधी के उस भाषण का वीडियो और उनके खिलाफ कार्रवाई करने का ज्ञापन सौंपने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आठ महीने पुराने और वो भी झूठे वीडियो का मुद्दा उठाकर कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने आचार संहिता और आरपी एक्ट का खुला उल्लंघन और आईपीसी के तहत अपराध किया है इसलिए पार्टी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मिलकर प्रियंका गांधी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
मेघवाल ने प्रियंका गांधी पर तीखा निशाना साधते हुए आगे कहा कि क्या प्रियंका गांधी चुनाव आचार संहिता से ऊपर हैं? भाजपा नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने विधान सभा चुनाव के समय पर राजस्थान की बिगड़ती हुई कानून व्यवस्था को लेकर भी चुनाव आयोग से शिकायत की।