बदायूं – सामूहिक दुष्कर्म और धोखाधड़ी के आरोप का सामना कर रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक हरीश शाक्य ने शनिवार को कहा कि उन पर लगाये गये सभी आरोप निराधार है और उन्हें एक राजनीतिक षड़यंत्र के तहत फंसाया गया है।
इंजीनियर अतुल सुभाष की पत्नी निकिता पहुंची हाईकोर्ट, अग्रिम जमानत की लगाई याचिका
एमपी एमएलए कोर्ट द्वारा भाजपा विधायक पर सामूहिक दुष्कर्म और धोखाधड़ी के मामले में मुकदमा लिखने का आदेश के बाद आज बिल्सी विधानसभा से भाजपा विधायक शाक्य ने सभी आरोपों को निराधार और राजनीति से प्रेरित बताया।
श्री शाक्य ने अपनी सफाई देते हुए कहा, “मेरे ऊपर जो झूठे आरोप लगाए गए हैं वे राजनीतिक षड्यंत्र के तहत लगाए जा रहे हैं। मेरा इस जमीन और इससे संबंधित किसी भी व्यक्ति से कोई लेना देना नहीं है।
मुज़फ्फरनगर में एसडीएम ने खुद शिकायतकर्ता फोन कर पूछा-आपकी शिकायत का सही निवारण हुआ ?
उन्होंने कहा कि आरोप लगाने वाले व्यक्ति ने 50 से ज्यादा बैनामे बरेली की फर्म माधव इन्फ्रा डेवलपर्स के जरिए कई लोगों को किए हैं। उन सभी बैनामों की धनराशि आरोप लगाने वालों के लोगों को खाते में जमा की गई है। कंपनी का मुझसे कोई भी लेना देना नहीं है, मेरे परिजनों ने भी उस जमीन में से प्लॉट खरीदा है जिसका भुगतान भी खातों में किया गया है।”
साप्ताहिक राशिफल- 16 दिसंबर से 22 दिसंबर 2024 तक
उन्होंने कहा “ आरोप लगाने वाले जिस तारीख को दुष्कर्म का आरोप लगा रहे है, उसके बाद इन लोगों ने बरेली महानिरीक्षक और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) बदायूं से भी शिकायत की थी लेकिन उस शिकायत में कहीं भी दुष्कर्म का जिक्र नहीं किया गया था। षड्यंत्र के तहत बाद में ये दुष्कर्म के आरोप लगाकर मेरे राजनीतिक जीवन को दागदार बनाने की साजिश है।”
भोपा डकैती का 3 दिन में खुलासा नहीं हुआ तो भाकियू देगी बेमियादी धरना, व्यापार मंडल भी देगा साथ !
उन्होंने कहा कि अदालत पर मुझे पूरा विश्वास है जांच निष्पक्ष और किसी भी संस्था से हो हम जांच कराने और पूर्ण सहयोग देने को तैयार है। मुझे फंसाने की कोशिश कुछ लोग कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि कि बदायूं की एसीजेएम द्वितीय/ एमपी एमएलए अदालत ने 11 दिसंबर की शाम को विधायक सहित 16 लोगों पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है।