लखनऊ – समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ता सत्ता के मद में नैतिकता और अनैतिकता में भेद नहीं कर पा रहे है।
श्री यादव ने बयान जारी कर कहा कि भाजपा का लोकतंत्र, संविधान और लोकतांत्रिक व्यवस्था में भरोसा नहीं है। भाजपा समाज में भेदभाव करती है। नफरत फैलाती है। विपक्ष को अपमानित कर देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को प्रदूषित करती है। चुनाव में हार के डर से पूरी भाजपा में बौखलाहट है।
उन्होने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता से लेकर शीर्ष नेता तक भाषा की मर्यादा को भूल गये हैं। विरोधी दलों और नेताओं पर झूठे आरोप लगाना उनका स्वभाव है। बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार से ध्यान हटाकर जनता को भ्रमित करना ही भाजपा का उद्देश्य रहता है। दस साल की सरकार में भाजपा सरकार ने जनता की समस्याओं पर कोई काम नहीं किया।
श्री यादव ने कहा कि हालत यह है कि जनता में उत्तर प्रदेश ही नहीं पूरे देश में भाजपा के खिलाफ भारी अंसतोष उबल रहा है। भाजपा द्वारा किए गए भारी भ्रष्टाचार, बढ़ती महंगाई, चरम पर पहुंची बेरोजगारी से आम जनता आक्रोशित है और भाजपा के खिलाफ समाजवादी पार्टी और इंडिया गठबंधन के पक्ष में मतदान को तैयार है। भाजपा लोकसभा चुनाव में पश्चिम उत्तर प्रदेश से लेकर पूर्वी उत्तर प्रदेश तक, गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, बिहार, सब जगह हार रही है। जनता भाजपा का अहंकार तोड़ देगी।
उन्होने कहा कि पूरे देश में जगह-जगह तमाम संगठन भाजपा को हराने और सत्ता से हटाने की कसमें खा रहें है और संकल्प ले रहें है। देश में माहौल भाजपा के खिलाफ है। इसीलिए घबराई भाजपा के नेता समाज को बांटने और नफरत फैलाने के एजेंडे पर आ गए हैं। भाजपा के पास जनता को बताने के लिए कोई काम नहीं है। अब पूरे देश का किसान, नौजवान, व्यापारी, महिलाएं, पिछड़े, दलित, आदिवासी इंडिया गठबंधन और समाजवादी पार्टी की तरफ आशा भरी निगाहों से देख रहें है।