कोलकाता। भाजपा की एक केंद्रीय टीम जलपाईगुड़ी जिले के धूपगुड़ी विधानसभा क्षेत्र के लिए हुए उपचुनाव में पार्टी की हार के कारणों की समीक्षा करने के लिए पश्चिम बंगाल का दौरा करेगी।
रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रीय टीम का नेतृत्व पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष करेंगे। वह कम अंतर से ही सही, लेकिन हार के कारणों की समीक्षा के लिए रविवार और सोमवार को पार्टी के राज्य नेतृत्व के साथ कई बैठकें करेंगे।
पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व धूपगुड़ी की हार को काफी गंभीरता से देख रहा है क्योंकि 2021 पश्चिम बंगाल विधानसभा में इस निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के बिष्णु पद रॉय चुने गए थे।
इस साल की शुरुआत में उनका आकस्मिक निधन हो गया था, जिस कारण यह सीट खाली हो गई थी।
सूत्रों ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों की बड़ी लड़ाई के मद्देनजर केंद्रीय नेतृत्व इस हार को अधिक गंभीरता से ले रहा है। उत्तर बंगाल के निर्वाचन क्षेत्र भाजपा के लिए सबसे मजबूत गढ़ हैं।
2019 के लोकसभा चुनावों में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस उत्तर बंगाल के आठ लोकसभा क्षेत्रों में से एक भी जीतने में कामयाब नहीं हुई। 2019 में जहां भाजपा के उम्मीदवारों ने सात निर्वाचन क्षेत्रों से जीत हासिल की, वहीं कांग्रेस ने एक निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की।
2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में, दक्षिण बंगाल की तुलना में उत्तर बंगाल में भाजपा का प्रदर्शन काफी बेहतर था।
भाजपा की राज्य समिति के एक सदस्य ने नाम न छापने की सख्त शर्त पर कहा कि जीत का अंतर इतना अधिक नहीं है कि 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले इसकी मरम्मत नहीं की जा सके।