मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश में गन्ना पेराई सीजन के दो माह बीतने के बाद भी किसानों को यह पता नही कि उनके गन्ने का मूल्य क्या है। उत्तर प्रदेश में इस गन्ने का उत्पादन प्राकृतिक आपदा एवं बीमारी के चलते काफी कम है। जिसका नतीजा यह है। आज शुगर मिल एवं कोल्हू/ क्रेशर के बीच गन्ने को लेकर जंग छिड़ी है। कोल्हू/ क्रेशर आज के समय 400 रुपए कुंतल गन्ना खरीद रहे है।
किसान इस उम्मीद में मिलों को गन्ना दे रहे है कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गन्ना मूल्य में वृद्धि की जाएगी । पीछे एक दशक में इस वर्ष चीनी का भाव सबसे ऊपर है। शीरे के दाम में आश्चर्यजनक वृद्धि है। बेगास सहित सभी सहायक उत्पाद बिक रहे है। मिल की राख भी पोटाश के नाम पर बिक रही है लेकिन इसका लाभ उद्योग को मिल रहा है न की किसानों को !
भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक द्वारा 25 अक्टूबर को लखनऊ में आयोजित किसान पंचायत के माध्यम से प्रतिनिधिमंडल को मुख्यमंत्री द्वारा गन्ना मूल्य वृद्धि पर आश्वाशन दिया गया था लेकिन अब किसानों का सब्र टूट रहा है। किसान गन्ना मूल्य में वृद्धि को लेकर सड़कों पर उतरने को तैयार है।
भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक द्वारा प्रदेश भर को 2 जनवरी 2024 को गन्ना मूल्य वृद्धि को लेकर जिला मुख्यालयों पर आंदोलन करने का निर्णय लिया है।
जिसमें सभी जिलाधिकारियों को मुख्यमंत्री को शहर में गन्ना मार्च निकालकर ज्ञापन दिया जाएगा।