खंडवा (मध्य प्रदेश)। मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनस से उत्तर प्रदेश के बलिया के बीच चलने वाली कामायनी एक्सप्रेस में बम होने की धमकी के बाद शनिवार को खंडवा स्टेशन पर ट्रेन को रोककर गहन तलाशी अभियान चलाया जा गया। जीआरपी भोपाल नियंत्रण कक्ष से यह जानकारी प्राप्त हुई है। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ), राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी), सिविल पुलिस और डॉग स्क्वाड की टीमें संयुक्त रूप से प्लेटफॉर्म नंबर 5 पर ट्रेन के प्रत्येक डिब्बे की बारीकी से जांच कर रही हैं। खंडवा के प्रभारी निरीक्षक पुलिस बल (आईपीएफ) भी मौके पर मौजूद हैं और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं। इसके साथ ही, किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पूरे इलाके को घेर लिया गया है और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव संभव कदम उठाया जा रहा है। तलाशी अभियान जारी है और किसी भी संदिग्ध वस्तु के मिलने की कोई सूचना नहीं है।
इस घटना से यात्रियों में दहशत का माहौल है, हालांकि प्रशासन उनसे शांति बनाए रखने की अपील कर रहा है। उल्लेखनीय है कि पहले भी कई ट्रेनों को फर्जी बम की धमकी मिल चुकी है। पिछले साल 4 दिसंबर को अमृतसर से मुंबई के बीच चलने वाली ट्रेन संख्या 11058 के पार्सल वैन में बम की कॉल मिलने से जीआरपी कंट्रोल रूम में खलबली मच गई थी। जब गहनता से जांच की गई तो जीआरपी को पटाखे मिले थे, जिसके बाद अधिकारियों ने चैन की सांस ली थी। बताया गया था कि अमृतसर-सीएसएमटी एक्सप्रेस में दिल्ली से आए एक पार्सल में ‘बम’ होने की सूचना जीआरपी कंट्रोल रूम को मिली थी। कॉल का संज्ञान लेते हुए बम निरोधी दस्ता और डॉग स्क्वाड के साथ जीआरपी और आरपीएफ के जवान पार्सल ऑफिस पहुंचे थे। यहां पार्सल वैन की अच्छी तरह जांच की गई तो एक बोरी में पटाखे से भरे दो बॉक्स मिले थे। दोनों बॉक्स में 30 पटाखे रखे थे। पटाखों की बोरी पर मार्कर से एक जगह का पता भी लिखा गया था।