मेरठ। बहुजन समाज पार्टी का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को जिलाधिकारी से मिला। पार्टी पदाधिकारियों ने उन्हें बताया कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी एसटी आरक्षण में उप वर्गीकरण के पक्ष में दिए गए निर्णय के विरोध में वह राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपेंगे। बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती के आदेश पर शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करेंगे।
दलित समाज की ओर से आज बुधवार को देशव्यापी बंद की घोषणा की गई है। सोशल मीडिया पर हुए आह्वान में कई दलित संगठनों की ओर से समर्थन भी किया गया है। वहीं बसपा औपचारिक समर्थन में है। दूसरी ओर पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता इसे रस्म अदायगी के तौर पर ही करने में जुटे हैं।
कई पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय पर मंगलवार को हुई बैठक से दूरी बना ली। बंद के दौरान कोई अप्रिय घटना की आशंका और फिर मुकदमे आदि को लेकर बसपाई खुद को पूरी तरह से लिप्त करने से बचते दिखे। इसी संबंध में डीएम से मुलाकात की गई।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ व्यापारिक संगठनों की ओर से शुक्रवार को मेरठ बंद का आह्वान किया गया था। इसके तहत दोपहर तक बाजार बंद रहे और बुढ़ानागेट से जुलूस निकालकर जिलाधिकारी कार्यालय पर ज्ञापन दिया गया था। इसमें भारी संख्या में व्यापारी, उद्यमी, सामाजिक कार्यकर्ताओं ने शिरकत की थी।
वहीं सप्ताहभर के अंदर दूसरी बार बंद को लेकर लोग ऊहापोह में हैं। आबूलेन, सेंट्रल मार्केट, बेगमपुल, पीएल शर्मा रोड आदि विभिन्न बाजारों में बंद को लेकर कोई टीम नजर नहीं आई। केवल सोशल मीडिया पर ही लोग बंद के लिए आह्वान करते दिखे।