हाथरस। उत्तर प्रदेश में सादाबाद पुलिस सर्कल के तहत जटोई गांव में आयोजित एक धार्मिक समारोह में हिंदू देवताओं की मूर्तियों और तस्वीरों को हटाने को लेकर पुलिस और दलित समुदाय के बीच झड़प के बाद 17 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। पुलिस सूत्रों ने इसकी जानकारी दी। दलित समुदाय के लोगों ने दावा किया कि पुलिस ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया, वहीं पुलिस का कहना है कि बुधवार रात बिना अनुमति के एक कार्यक्रम आयोजित किए जाने की शिकायत मिलने के बाद वे मौके पर पहुंचे थे।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में युवक घरों की दीवारों से हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीरें हटाते नजर आ रहे हैं।
हाथ में बोरी लिए एक युवक को यह कहते हुए देखा और सुना जा सकता है, “क्या आपने किसी ब्राह्मण के घर बाबासाहेब या गौतम बुद्ध की कोई तस्वीर देखी है? आप लोगों ने इन तस्वीरों को इस बोरी के अंदर क्यों रखा है?”
वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए पुलिस ने जांच शुरू की और मौके पर पहुंच गई।
सादाबाद थाने के एसएचओ आशीष कुमार ने कहा, “पुलिस टीम पर तब हमला किया गया जब उन्होंने पूछा कि क्या दलित युवकों ने धार्मिक कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति ली थी। इस हमले में एक सब-इंस्पेक्टर और एक कांस्टेबल घायल हो गए। सत्रह हमलावरों और 50 अज्ञात लोगों पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले में जांच जारी है।”