शामली। जनपद मे पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत ने देश में बढ़ रही दुष्कर्म की घटनाओं पर चिंता व्यक्त है और कहां है कि इस प्रकार की घटनाएं फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाई जानी चाहिए, जिससे कि उसका तुरंत परिणाम आ सके। वहीं भाजपा के लोनी से विधायक आनंद किशोर के द्वारा राकेश टिकैत पर एनएसए लगाए जाने की मांग पर उन्होंने कहा कि वह सरकार का आदमी है, कुछ भी कर सकता है। हमने कोई विवादित बयान नहीं दिया यह तोड़ मरोड़ कर दिखाया जाता है। साथ ही दिल्ली-देहरादून इकोनामी हाईवे पर ग्राम भाजु में कट को लेकर भी उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कहा कि अगर यहां कट नहीं मिला तो, सड़क का निर्माण नहीं होगा। वहीं आरक्षण के मुद्दे पर देश में चल रहे आंदोलन पर, राकेश टिकैत ने आर्थिक आधार पर आरक्षण दिए जाने की बात कही।
दरअसल किसान नेता राकेश टिकैत शामली की कलेक्ट्रेट में जनपद के अधिकारियों से दिल्ली-देहरादून इकोनामिक हाईवे पर क्षेत्र के गांव भाजु में कट की मांग को लेकर मिले थे, इसी कट की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन व किसान कई बार प्रदर्शन कर चुके हैं। फिलहाल इस जिस जगह किस कट की मांग कर रहे हैं, उसका कार्य भी रुका हुआ है। राकेश टिकैत ने कहा कि ग्राम भाजु में दिल्ली-देहरादून इकोनामिक हाईवे पर कट को लेकर बात हुई है, एनएचआई के अधिकारी बहकाते हैं और प्रशासनिक अधिकारी भी उन्हीं की बात कर रहे हैं, यदि फिजिकल सर्वे इस क्षेत्र का हो तो 50 से ज्यादा गांव व दो कस्बे इस कट पर आकर जुड़ेंगे, अगर कट नहीं मिला तो इस क्षेत्र का विकास भी नहीं होगा। वही इस क्षेत्र के व्यक्ति पूरे देश के किसानों की लड़ाई लड़ते हैं। अगर हम अपनी लड़ाई ना लड़ पाए तो क्या होगा। अधिकारियों को इसका समाधान निकालना है। बुंदेलखंड हाईवे पर भी इससे कम दूरी पर कट दिए गए हैं, इसका रास्ता अधिकारी ही निकलेंगे…बिना कट के यहां पर काम नहीं चलेगा। आपको बता दें कि भाजु कट से मात्र 7 किलोमीटर की दूरी पर ही किसान नेता राकेश टिकैत का गांव सिसौली भी स्थित है।
वही देश में बढ़ रही रेप की वारदातों पर राकेश टिकैत ने कहा कि यह जगन्य अपराध है, इस प्रकार के मामले फास्ट ट्रैक पर चलाई जाने चाहिए, जिससे कि तुरंत ही उसका तुरंत ही परिणाम आ सके। वही गाजियाबाद की लोनी से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर के द्वारा राकेश टिकैत पर रासुका लगाए जाने की मांग के सवाल पर राकेश टिकैत ने कहा कि, नंदकिशोर सरकार का व्यक्ति है, वह कुछ भी कर सकता है।हमने कोई विवादित बयान नहीं दिया, यह ब्यान तोड़-मरोड़ कर दिखाया जा रहा है। 26 जनवरी को लाल किले पर वो कौन लोग थे जो ट्रैक्टर लेकर चले गए, इसकी जांच होनी चाहिए… हम तो देश प्रेमी है, हमारे व दिल्ली सरकार के बीच में समझौता हुआ था कि ट्रैक्टर किस रूट से जाएंगे, इसका उल्लंघन किन लोगों ने किया, कौन लोग इसमें शामिल थे, इसकी जांच भारत की कोई भी एजेंसी कर ले, यह जरूरी है। वहीं आरक्षण के मुद्दे पर राकेश टिकैत ने कहा कि ब्राह्मण व ठाकुर भी गरीब है, आरक्षण तो उनको भी चाहिए। हम चाहते हैं कि देश में आर्थिक आधार पर आरक्षण मिलना चाहिए, हम तो इसके पक्ष में हैं। अब यह ठाकुर व ब्राह्मण कहां जाए जो बेचारे गरीब हैं।