नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी की जहरीली हवा के लिए पुराने वाहनों को एक प्रमुख कारण बताया और इस स्वास्थ्य आपातकाल से निपटने के लिए सामूहिक और गंभीर दृष्टिकोण की आवश्यकता पर जोर दिया। इंडियन एसोसिएशन फॉर ब्रोंकोलॉजी के 27वें वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए धनखड़ ने जोर देकर कहा, “हमें पुराने वाहनों को तेजी से खत्म करने की जरूरत है। लोगों को यह समझना होगा कि पुराने वाहनों को हमारे स्वास्थ्य से संबंधित कारणों से त्यागना होगा।” उन्होंने बढ़ते वायु प्रदूषण पर चिंता व्यक्त की और कहा कि शहर का वायु प्रदूषण सूचकांक तय स्तर से भी बदतर होता जा रहा है।
उन्होंने कहा, “चिंता की बात यह है कि हम इसके बारे में गंभीर नहीं हैं। यह जलवायु परिवर्तन की तरह एक अस्तित्व से जुड़ी चुनौती है। हमारे पास रहने के लिए कोई दूसरा ग्रह नहीं है। लेकिन हर कोई सोचता है कि यह किसी और का काम है। यह काम सभी का है। हम एक ही राह पर चल रहे हैं।” पुराने वाहनों को खत्म करने की अपील करते हुए धनखड़ ने कहा, “सिर्फ इसलिए कि कोई पुराना वाहन सड़क पर चल रहा है, इसका मतलब यह नहीं है कि वह सड़क पर चलने लायक है।” उन्होंने दिल्लीवासियों से सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने में गर्व महसूस करने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा, “हमें सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने में गर्व महसूस करना चाहिए। हमारा अहंकार हमारे बीच नहीं आना चाहिए। कई देशों में ऐसा किया जाता है, और यहां भी एयरपोर्ट तक पहुंचने का सबसे सुरक्षित, सबसे तेज़, सबसे पक्का तरीका मेट्रो है, लेकिन हमें इसकी आदत डालनी होगी।” चिकित्सा ज्ञान के साथ प्रौद्योगिकी के एकीकरण की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, “हमें चिकित्सा को डेटा विज्ञान, पर्यावरण अध्ययन, इंजीनियरिंग और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के साथ जोड़ना चाहिए।”