नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कथित रूप से जासूसी से जुड़े हुए एक मामले में जांच के दौरान दो लोगों, एक स्वतंत्र पत्रकार विवेक रघुवंशी और उनके सहयोगी (पूर्व नौसेना कमांडर) आशीष पाठक को गिरफ्तार किया। यह जानकारी सीबीआई ने बुधवार को दी।
केंद्रीय जांच एजेंसी ने नौ दिसंबर, 2022 को एक आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी के अंतर्गत रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की रक्षा परियोजनाओं का ब्योरा और उनके बारे में संवेदनशील सूचनाओं का अवैध संग्रह करने में शामिल होने के मामला दर्ज किया था। सीबीआई ने एक बयान में यह जानकारी प्रदान की।
बयान में कहा गया कि भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा भविष्य की खरीद करने के बारे में संवेदनशील जानकारी प्रदान करने, जो कि राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित किसी देश के वर्गीकृत संचार एवं जानकारी का खुलासा करते हैं, और अपने मित्र देशों के साथ भारत की रणनीतिक और राजनयिक वार्ता का विवरण और विदेशी खुफिया एजेंसियों के साथ गोपनीय जानकारी साझा करते हैं, उसके बारे में जानकारी प्रदान की गई।
दिल्ली-एनसीआर और जयपुर के 15 स्थानों पर छापेमारी की गई। बयान में दावा किया गया है कि सीबीआई ने तलाशी के दौरान लैपटॉप, टैबलेट, मोबाइल फोन, हार्ड डिस्क और पेन ड्राइव सहित 48 इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किया।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा भारतीय रक्षा प्रतिष्ठानों से संबंधित कई आपत्तिजनक दस्तावेज भी जब्त किए गए और सीबीआई के डिजिटल फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने आरोपियों एवं अन्य लोगों के क्लाउड आधारित खातों, ईमेल, सोशल मीडिया खातों का संग्रहीत डेटा भी बरामद किया गया।
सीबीआई ने अपने एक बयान में कहा कि आरोपियों के कब्जे से अब तक बरामद हुए उपकरणों की जांच से पता चला है कि वे कथित रूप से विभिन्न स्रोतों के माध्यम से देश की रक्षा खरीद से संबंधित गोपनीय जानकारी एकत्रित कर रहे थे और कई विदेशी संस्थाओं, एजेंटों, व्यक्तियों के संपर्क में थे और उसने कथित रूप से गोपनीय जानकारी साझा करने के लिए अनुबंध किए हुए थे। सीबीआई ने अपने बयान में यह भी दावा किया कि आरोपियों और उसके परिवारों को विदेशी स्रोतों से पर्याप्त राशि प्राप्त हुई थी।