नोएडा। नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी लोकेश एम ने मंगलवार को नोएडा के सेक्टर-29, 37, 110, 104, 98 तथा सेक्टर-96 में चल रहे विकास कार्यों, अनुरक्षण एवं साफ-सफाई की समीक्षा की गई। इस दौरान उन्होंने विभिन्न स्थलों पर प्राधिकरण द्वारा निर्मित मार्केटों एवं मुख्य मार्गों आदि स्थलों का निरीक्षण कर संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
नेएडा सीईओ ने सेक्टर-29 में ब्रह्मपुत्र मार्केट में प्रगतिरत नवीनीकरण कार्य के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि मार्केट एसोसिएशन को मार्केट की दुकानों की ब्रान्ड-साईनेज रेड कलर के लगाये जाने को निर्देशित किया गया था, किन्तु उक्त साईनेज ब्राउन कलर के लगाये गए है। उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए साइनेज को परिवर्तित कराने को संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया। इसके अतिरिक्त ब्रह्मपुत्र मार्केट एसोसिएशन द्वारा मार्केट में क्लीनिंग करायी जानी थी, जो कि उनके द्वारा समुचित प्रकार से नहीं करायी गई है तथा अभी भी मार्केट की टाइलों पर आॅयल लगा हुआ पाया गया। इसके अलावा ब्रह्मपुत्र मार्केट के नवीनीकरण कार्य की प्रगति धीमी पायी गई, जिसको युद्धस्तर पर कराने को निर्देशित किया।
सीईओ ने सेक्टर-37 में निर्मित गोदावरी मार्केट एवं सेक्टर-110 मार्केट एवं वीडीएस मार्केट का भ्रमण किया गया। वीडीएस मार्केट सेक्टर-110 के पास भंगेल से लगे हुए क्षेत्र में गंदगी एवं टाईलें उखड़ी हुई उन्हें मिली, जिसको दो दिनों में सफाई एवं टाईलों को ठीक कराने को संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया। सेक्टर-110 के समीप महर्षि आश्रम के साथ निर्मित ड्रेन में गंदा पानी जमा हुआ पाया गया। जिसको जनस्वास्थ्य एवं वर्क सर्किल-8 को समुचित समन्वय स्थापित करते हुए दो दिन में साफ कराने को निर्देशित किया।
वहीं सेक्टर-104 में प्राधिकरण की अर्जित एवं कब्जा-प्राप्त भूमि पर बिल्डिंग का निर्माण होता पाया गया, जिसके सम्बन्ध में उप महाप्रबन्धक (सिविल) को पुलिस प्रशासन से समन्वय करते हुए उक्त निर्माण को तत्काल रुकवाने एवं उक्त अवैध बिल्डिंग के ध्वस्तीकरण की कार्यवाही करने को निर्देशित किया।
निरीक्षण के दौरान सेक्टर-98 की ड्रेन क्षतिग्रस्त पायी गई, जिसके पुनर्निर्माण के लिए निर्देशित किया। इसके अतिरिक्त सेक्टर-98 में स्काई मार्क के सामने क्योस्क इत्यादि लगाकर फूड-ज़ोन विकसित करने के साथ ही निर्मित फुटपाथ के समीप लगभग 300 मीटर क्षेत्रफल में पार्किंग ज़ोन विकसित करने को निर्देशित किया।