श्रीहरिकोटा (आंध्र प्रदेश)। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष डॉ. एस. सोमनाथ ने शनिवार को कहा कि भारत के चंद्रयान-3 मिशन के लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान को कुछ दिनों में ”नींद में भेज दिया जाएगा” क्योंकि वहां अब लंबी ठंडी रात होने वाली है।
ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान-सी57 (पीएसएलवी-सी57) द्वारा इच्छित कक्षा में आदित्य-एल1 अंतरिक्ष यान को स्थापित करने के तुरंत बाद सोमनाथ ने कहा कि रोवर प्रज्ञान लैंडर से 100 मीटर दूर चला गया है।
उन्होंने कहा कि लैंडर और रोवर दोनों अच्छे से काम कर रहे हैं।
उनके मुताबिक, रोवर और लैंडर को नींद में भेजने की प्रक्रिया एक या दो दिन में शुरू हो जाएगी क्योंकि अब चांद के उस हिस्से में ठंडी रात होने वाली है।
लैंडर विक्रम ने 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित लैंडिंग की थी। इसके बाद रोवर लैंडर से बाहर निकला और लगातार वैज्ञानिक प्रयोगों को अंजाम दे रहा है।
इसरो ने कहा, रोवर को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास ऑक्सीजन, एल्यूमीनियम, सल्फर और अन्य सामग्रियों की उपस्थिति मिली है, जबकि हाइड्रोजन की उपस्थिति के संबंध में जांच जारी है।