इंदौर। मध्य प्रदेश की व्यापारिक नगरी इंदौर में बनी सड़क पर शुक्रवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव का हेलिकाॅप्टर उतरा और इसके जरिए विकास की नींव पुख्ता होने पर मुहर लग गई। मध्य प्रदेश में इंदौर विकास का प्रतिनिधि चेहरा है और नित नई मिसाल पेश करता है। शुक्रवार को इंदौर दौरे पर आए मुख्यमंत्री यादव ने जब अपना हेलिकाप्टर इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा बनाए जा रहे एमआर- 12 सड़क पर उतारा, तो विकास की नींव पर मुहर लग गई। इंदौर विकास प्राधिकरण के प्रशासक संभागायुक्त दीपक सिंह और कलेक्टर आशीष सिंह मुख्यमंत्री के साथ इस सड़क पर पहुंचे और इसकी मजबूती और उपयोगिता की जानकारी उन्हें दी।
लव कुश चैराहे से बायपास तक लगभग साढ़े 9 किलोमीटर लंबी और 60 मीटर चौड़ी इस सड़क पर मुख्यमंत्री का हेलिकाप्टर उतरा और यहीं से आगर के लिए रवाना भी हुआ। इस सड़क की कुल लागत 185 करोड़ रुपये है। इंदौर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आर.पी. अहिरवार ने बताया कि निर्माणाधीन एमआर-12 सड़क की लवकुश चैराहे से बायपास तक सीधी कनेक्टीविटी है। इस सड़क के बनने से इंदौर शहर का ट्रैफिक दबाव कम होगा। इस सड़क के दोनों ओर दो लेन सर्विस रोड भी रहेगा। इसके साथ ही फुटपाथ, सायकल ट्रेक, वृहद ग्रीन बेल्ट भी बनाया जाएगा।
इसमें विद्युतीकरण का कार्य पूरी तरह अंडरग्राउंड किया जाएगा। इस सड़क से छह लेन रेलवे ओवर ब्रिज, 10 लेन रिवर ब्रिज, छह लेन मेन कैरज-वे गुजरेगी। इस सड़क के प्रारंभ होने से उज्जैन, धार, रतलाम की तरफ से आने वाले यात्री जो भोपाल या खंडवा की तरफ जाना चाहते हैं, वे बिना शहर में प्रवेश किए सीधे ही जा सकेंगे। यह सड़क भोरांसला, कुम्हेड़ी, भाग्या, शक्करखेड़ी, लसुड़िया मोरी, तलावली चंदा और अरण्या सात गांव से होकर गुजरती है।