रामपुर। हिमाचल प्रदेश में शिमला जिले के रामपुर में गुरुवार सुबह भारी बारिश के कारण बादल फटने से तबाही मच गई। बादल फटने से झाकड़ी के समेज खड्ड में बाढ़ आ गई। इसमें 36 लोग लापता हैं। बताया जा रहा है कि लापता लोगों में एक पावर प्रोजेक्ट के कर्मचारी भी शामिल हैं। जानकारी के अनुसार, झाकड़ी के समेज खड्ड स्थित हाइड्रो प्रोजेक्ट के पास गुरुवार तड़के बादल फटा। इसकी जानकारी मिलते ही रामपुर उपमंडल प्रशासन, एनडीआरएफ, सीआईएसएफ, होमगार्ड और चिकित्सा दल की टीमें घटनास्थल पर पहुंच गई। रामपुर के उपमंडल अधिकारी निशांत तोमर ने बताया कि गुरुवार सुबह बादल फटने की जानकारी मिली थी। इसके बाद क्षेत्र में अचानक बाढ़ आ गई।
और प्रभावित क्षेत्र में कई लोगों के लापता होने की सूचना है। उन्होंने कहा, “बादल फटने के कारण कई जगह सड़कें बंद पड़ी हुई हैं। इस वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी आ रही है। करीब दो किलोमीटर पैदल चलकर ही घटनास्थल तक राहत-बचाव का सामान पहुंचाया जा रहा है।” उपमंडल अधिकारी निशांत तोमर ने कहा, “प्रभावित क्षेत्र में राहत बचाव कार्य तेजी पर है। रेस्क्यू ऑपरेशन में आईटीबीपी, स्पेशल होमगार्ड की टुकड़ियों की भी मदद ली जा रही है। मौके पर एंबुलेंस और अन्य सुविधाओं के भी इंतजाम किए गए हैं।” फिलहाल लापता लोगों की तलाश जारी है। केंद्रीय मंत्री जे.पी. नड्डा ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से बात की और घटना की जानकारी ली।
उन्होंने केंद्र सरकार से हर संभव मदद का भरोसा दिया। नड्डा ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भी बात की और सभी भाजपा कार्यकर्ताओं को राहत कार्यों में जुटने का निर्देश दिया। मौसम विभाग ने कुल्लू, सोलन, सिरमौर, शिमला और किन्नौर जिलों के संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन और अचानक बाढ़ आने की भी चेतावनी दी है। इससे पहले हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले स्थित राजवन गांव में बुधवार देर रात बादल फटा था। इस हादसे में एक शख्स की मौत हो गई। इसके अलावा 11 से अधिक लोग लापता हैं।