लखनऊ। यूपी विधानसभा में बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शिवपाल यादव को लेकर अखिलेश यादव पर जमकर बरसे। सीएम योगी ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष के पूरे भाषण के दौरान सदन में मौजूद था। मुझे आश्चर्य हुआ कि अब बोलेंगे, तब बोलेंगे और इस सदी की सबसे बड़ी घटना की ओर भी ध्यान आकर्षित करेंगे, लेकिन, वो ध्यान भटकाते रहे।
अब तक की उनकी परिपाटी रही है कि तथ्यों और तर्कों से नहीं, अपनी जबरन बातों को थोपने का प्रयास करते हैं। 2017 से पहले जो लोग चार-चार बार सत्ता के सिंहासन पर विराजमान थे, उन्होंने यूपी के सामने पहचान का संकट खड़ा कर दिया था। यहां का नौजवान बाहर नहीं जा सकता था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां तो अवसर थे नहीं, बाहर भी नौकरी नहीं मिलती थी। किराए पर कमरे की बात तो दूर होटल और धर्मशालाओं में कमरे भी नहीं मिलते थे। कौन जिम्मेदार है इस स्थिति के लिए? अयोध्या में माता शबरी के नाम पर रसोईघर शुरू हो चुका है। माता शबरी के अनुयायी पीडीए के पार्ट हैं या नहीं। निषाद राज के नाम पर रैन बसेरे शुरू हुए हैं, निषादराज के अनुयायी पीडीए का हिस्सा हैं या नहीं। इनका पीडीए यानी परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी है। इसमें और कोई है या नहीं, मगर चच्चू नहीं हैं। एक बार पढ़िए महाभारत। परिवार के तीन सदस्यों के नाम थे, चच्चू का नाम क्यों नहीं था। अगर प्रभु राम को मानते, रामायण से सीखते या महाभारत से ही सीखते तो चच्चू का अपमान नहीं करते।
सीएम योगी ने कहा कि आज अयोध्या की पौराणिकता के साथ-साथ भौतिक विकास की भव्य, दिव्य अयोध्या हम सबको दिख रही है। 31 हजार करोड़ की योजनाएं चल रही हैं। इसमें धर्मपथ, श्रीरामपथ, भक्तिपथ, जन्मभूमि पथ का निर्माण हो चुका है। सिंगल लेन की सड़कें फोर लेन हो गई है। गुप्तार घाट, रामघाट, नया घाट, ये दिव्य स्थल बन चुके हैं। राम की पैड़ी में 2017 से पहले पानी सड़ता था। आज यह हरिद्वार की तरह निर्मल बन चुका है। भरत कुंड, सूरज कुंड, ब्रह्म कुंड, मल्टीलेवल पार्किंग जैसे काम हो रहे हैं। नई टाउनशिप का विकास किया जा रहा है। हर राज्य के लिए स्टेट हाउस, हर पंथ के लिए अपनी धर्मशाला बनाने का कार्य हो रहा है।
उन्होंने कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं जो अवधपुरी में प्रभु के भव्य मंदिर के साक्षी बने हैं। 16 दिन में 36 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किया है। मंगलवार को अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री और पूरी कैबिनेट ने दर्शन किया। मंगलवार को ही नेपाल के सांसद और बुधवार को फिजी और सूरीनाम के लोग आए। एक दौर था, जब अयोध्या की गलियों में गोलियों की तड़तड़ाहट थी, परिक्रमाएं प्रतिबंधित थीं। रामनामी गमछा ओढ़ने वालों को गिरफ्तार कर लिया जाता था। यही देश ने देखा है। 1990 से लेकर एक लंबी लड़ाई लड़ी गई। हम आश्वस्त कर सकते हैं कि भव्य-नव्य दिव्य अयोध्या हर भारतवासी को आकर्षित करेगी। अयोध्या को दुनिया का बेस्ट टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाने की कार्रवाई सरकार ने प्रारंभ कर दी है। अब अयोध्या में कोई परिक्रमा पर प्रतिबंध नहीं लगा सकता।
आज अयोध्या आप सबको प्रभु के दर्शन के लिए आमंत्रित करती है। प्रभु सबके हैं, भक्त वत्सल हैं। पूरी दुनिया अयोध्या आना चाहती है। राज्यपाल ने अपने अभिभाषण की शुरुआत यहीं से की थी, मगर नेता प्रतिपक्ष को वोट की चिंता है। उन्हें प्रदेश के गौरव की नहीं वोट बैंक की चिंता है। ये बड़ी खतरनाक व्यथा है। वोट बैंक के लिए हम किस स्तर पर जाकर लोकआस्था से खिलवाड़ कर रहे हैं। राज्यपाल के शब्दों का समर्थन नहीं कर पाए।