लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पार्टी की ओर से जारी एक पत्र में शुक्रवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की डबल इंजन सरकार में अपराध, अन्याय और भ्रष्टाचार कई गुना बढ़ गया है। मुख्यमंत्री का जीरो टॉलरेंस महज जुमला बनकर रह गया है। अपराधी पूरी तरह बेलगाम हैं। यहां तक कि खाकी वर्दी को धमकाने और उनकी पिटाई करने में भी उन्हें भय नहीं है।
अखिलेश ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अवांछित तत्वों की बढ़ती सक्रियता भाजपा सरकार के दावों की पोल खोल रही है। ऐसी अराजक स्थिति उत्तर प्रदेश में कभी भी नहीं रही है। उन्होंने कहा कि दीपावली की आधी रात घर के सामने ही पीएसी के एक इंस्पेक्टर की राजधानी लखनऊ में हत्या कर दी गई। 82 लाख रूपये ब्याज पर देकर सवा करोड़ वसूले, फिर भी और वसूली से त्रस्त पत्रकारपुरम के कैफे संचालक आत्महत्या की कोशिश को मजबूर हो गया।
जहां तक महिलाओं और बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाओं का सवाल है उत्तर प्रदेश की बदनामी बढ़ती जा रही है। कोई दिन ऐसा नहीं जाता जब उन्हें अपमानित और लांछित न किया जाता हो। अभी गत दो दिनों में कल्याणपुर में एक युवती को अगवा कर कन्नौज में ले जाकर उससे दुष्कर्म किया गया। फतेहपुर में एक 17 वर्षीय युवती की गुमशुदगी दर्ज हुई। लखनऊ के चिनहट इलाके में एक बच्ची को अगवा कर उससे दुराचार किया गया।
चिंता की बात यह है कि राजधानी में ठगी और खासकर साइबर ठगी का जाल फैलता ही जा रहा है। सीधे सादे लोग उनके जाल में फंसकर जमापूंजी लुटाते जा रहे हैं। साइबर जालसाज तो इतने शातिर हैं कि लखनऊ के हजरतगंज इलाके में एक व्यवसायी के क्रेडिट कार्ड से ब्रिटेन की एक वेबसाइट पर 76 हजार रुपये (200 डालर) खर्च कर दिए। नौकरी दिलाने या प्लाट दिलाने के नाम पर भी ठगों के कई गिरोह सक्रिय है।
बाराबंकी जिले के रामनगर तहसील के हेतमापुर गांव के मेले में हुए एक विवाद को सुलझाने गए दारोगा और महिला कांस्टेबल सहित तीन पुलिसकर्मियों को एक टेंट व्यवसायी ने लोहे की पाइप से पीट दिया। सभी घायल हो गए। मुख्यमंत्री कहते हैं कि उनके राज में अपराधी या तो जेल में हैं या प्रदेश से बाहर चले गए हैं। हकीकत में इसके विपरीत लगता है कि बाहर के अपराधी तो प्रदेश में आ ही गए हैं यहां जो अपराधी हैं वे खुलेआम कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाने में लग गए हैं। मुख्यमंत्री दूसरे राज्यों में यूपी की कानून व्यवस्था और अपराधी दूसरे लोक में भेजने की बहुत चर्चा करते रहते है लेकिन वास्तविक स्थित ठीक विपरीत है। यूपी में पूरी तरह अराजकता व्याप्त है।