देवबंद। राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग की आपत्ति के बाद इस्लामिक शिक्षण संस्था दारूल उलूम ने मरहूम उस्ताद मौलाना अशरफ अली थनवी की मश्हूर किताब बहिश्ती जेवर से संबंधित सामग्री को अपनी वेबसाइट से हटा दिया है। एसपी देहात सागर जैन ने रविवार को बताया कि आयोग के बुलावे पर एडीएम ई डाक्टर अर्चना द्विवेदी और वह दिल्ली में आयोग के अधिकारियों से मिले थे और उन्हें इसकी लिखित जानकारी दे दी। आयोग कार्रवाई से संतुष्ट है।
जानकारी के मुताबिक आयोग में दिल्ली की सामाजिक संस्था मानुषी सदन ने शिकायत की थी कि दारूल उलूम में बहिस्ती जेवर पुस्तक पढाई जाती है। जिसका संबंध महिलाओं और लडकियों के शरीय मामलों से है।
दारूल उलूम ने प्रशासन द्वारा जवाब मांगने पर बताया था कि यह पुस्तक उनके पाठ्रूक्रम में शामिल नहीं है। संस्था ने आयोग के आपत्ति जताए जाने पर अपनी वेबसाइट से बहिस्ती जेवर की सामग्री को हटा दिया है। दिल्ली की मानुषी सदन संस्था कई बार अपनी आपत्तियों को लेकर राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग में शिकायत कर चुकी है।
आयोग के निर्देश पर जिलाधिकारी सहारनपुर डा. दिनेश चंद्र ने जौलाई माह में दारूल उलूम में प्रशासनिक टीम भेजकर शिकायतों की जांच कराई थी और रिर्पोट आयोग को प्रेषित कर दी थी। लेकिन आयोग ने पुनः इस मामले में जिला पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों से जवाब मांगा था। पिछली कार्रवाई और रिर्पोट लेकर एडीएम प्रशासन और एसपी देहात दोनो ने आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की और रिर्पोट उन्हें सौंप दी।