गाजियाबाद। दिल्ली का कूड़ा गाजियाबाद में डंप किए जाने का मामला गर्माता जा रहा है। गाजियाबाद की महापौर सुनीता दयाल ने रविवार को इस मामले पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को घेरा। उन्होंने एक बयान में कहा कि दिल्ली का कूड़ा गाजियाबाद में डाला जाना कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। केजरीवाल अपने इस ‘सोने’ को अपने प्रदेश में ही रखें तो ज्यादा बेहतर होगा। इससे पहले वह यह भी ऐलान कर चुकी हैं कि दिल्ली से जो कूड़ा गाजियाबाद में डाला गया है वह वापस कराया जाएगा।
महापौर ने पत्रकारों को बताया कि एफआईआर दर्ज होने के बाद एमसीडी और जीरोन इंजीनियरिंग प्रा.लि. ने बयान दिया है कि यह कूड़ा नहीं आरडीएफ है, जो सरासर झूठ है। उन्होंने कहा कि जीरोन इंजीनियरिंग प्रा.लि. के दस्तावेज बताते हैं कि वह अपना आरडीएफ डासना स्थित डब्ल्यूएटीई प्लांट पर भेजते हैं तो दिल्ली का आरडीएफ मोरटा प्लांट और गाजियाबाद के अन्य साइट पर भेजने का कोई कारण नहीं है। अनुबंध के अनुसार मोरटा प्लांट पर केवल नगर निगम क्षेत्र का कूड़ा ही डाला जा सकता है, न की खोड़ा, नोएडा एवं दिल्ली का कूड़ा। जबकि यहां रात-दिन दिल्ली का कूड़ा डाला जा रहा है, जिसके बहुत से प्रमाण भी हैं।
उन्होंने सवाल किया किया कि मोरटा डम्पिंग ग्राउंड मुख्य मार्ग से 15 किमी अंदर है तो गाड़ियां मुख्य मार्ग से क्यूं नहीं लाई जा रही थीं, ये कूड़ा चोरी-चुपके गाजियाबाद क्षेत्र में डाला जा रहा था। महापौर ने कहा कि केजरीवाल कहें तो यह कीमती आरडीएफ उनके घर के बाहर डलवा दें। मुख्यमंत्री केजरीवाल दिल्ली का कूड़ा गाजियाबाद में डम्प करके एक बहुत बड़ा फ्रॉड कर रहे हैं।
नगर आयुक्त डॉ नितिन गौड़ ने स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी शिवपूजन यादव और स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी डॉ. मिथिलेश को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया था। इसके बाद शासन को भी इस पूरे मामले से अवगत कराया गया है।