बरेली। बरेली सात नहीं नौ नाथों की नगरी है। इस जनपद को सात नहीं नौ नाथों के रूप में शासन में दर्ज कराया जाय। यह मांग बुधवार को राष्ट्रीय मानव सेवा संस्थान के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंप कर किया है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष बिंदू ने कहा कि नाथ नगरी बरेली भगवान शिव के नौ नाथों से घिरा हुआ है। भगवान शिव की कृपा बरेली पर है, जिसके कारण बरेली चारों तरफ से सुरक्षित है।
उन्होंने बताया कि बरेली में भगवान शिव नौ नाथों में प्रकट हैं,जिसमें अलखनाथ,मणिनाथ,तपेश्वर नाथ, धोपेश्वर नाथ, सिद्ध बाबा, पंचौमी नाथ, प्रभुतेश्वर नाथ, बनखंडी नाथ, त्रिबटीनाथ शामिल हैं। यह नौ नाथ स्वयं प्रकट होकर बरेली में विराजमान हैं। यह नाथ बरेली की रक्षा चारों ओर से करते हैं। इन्हीं की कृपा से बरेली विपत्तियों से मुक्त है। उन्होंने कहा कि पशुपतिनाथ शिव भक्तों द्वारा स्थापित किए गया है।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक नेता एवं धार्मिक संगठन नाथ नगरी को बरेली को केवल सप्त नाथ नगरी के नाम से घोषित करने पर तुले हैं। ये सप्त नाथ नगरी को ही उत्तर प्रदेश शासन को प्रस्ताव भेजकर दर्ज करा रहे हैं, जो कि उचित नहींं हैं। उन्होंने कहा कि सिद्ध बाबा पंचौमी नाथ, प्रभुतेश्वर नाथ जो कि स्वयं प्रकट हैं, जिनकी उपेक्षा हो रही है। शासन को सप्त नगरी बरेली का प्रस्ताव भेजकर भगवान शिव के तीनों नाथों को उनके प्रचार, विस्तार, नवीकरण, विकास, पर्यटक मंदिर के भक्तों की सुविधाओं के साथ अन्याय किया जा रहा है।
ज्ञापन में लिखा गया है कि मुख्यमंत्री योगी जी, स्वयं बरेली नाथ नगरी की परिक्रमा करने का प्रस्ताव जो आपको भेजा गया है, उसमें केवल सात नाथों की परिक्रमा करने का उल्लेख है। ज्ञापन में बाबा सिद्ध जो की बुखारा रोड पर स्थित हैं, पंचौमी नाथ फरीदपुर से आगे पंचौमी गांव में स्थित हैं तथा प्रभुतेश्वर नाथ जो की फरीदपुर से पहले रोड पर स्थित हैं, उनके दर्शन करने की मांग की है।
ज्ञापन देने बालो में राष्ट्रीय मानव सेवा संस्थान की राष्ट्रीय अध्यक्ष बिंदु, राष्ट्रीय महामंत्री नरेंद्र पाल,राष्ट्रीय उपाध्यक्ष,सदस्य रामकिशोर, जे.आर गुप्ता, अजय भटनागर,देवेश, पवन गुप्ता, रश्मि अग्रवाल एवं अन्य सदस्य उपस्थित रहे।