हिसार । बिना ट्रायल पहलवान बजरंग पूनिया को एशियन गेम्स में भेजे जाने के खिलाफ बुधवार को हिसार में स्थानीय पहलवानों, ग्रामीणों, विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों तथा पहलवान विशाल कालीरावण के परिजनों ने प्रदर्शन किया। आक्रोशित प्रदर्शनकारी क्रांतिमान पार्क से प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय के सामने पहुंचे और वहां पर पहलवान बजरंग पूनिया का पुतला फूंका। इसके बाद उन्होंने सीएम के नाम ज्ञापन सौंपते हुए बिना ट्रायल किसी भी पहलवान को एशियन गेम्स में नहीं भेजने की मांग की।
इससे पूर्व क्रांतिमान पार्क में पहलवान विशाल के समर्थन में एकत्रित हुए ग्रामीणों ने बताया कि बिना ट्रायल बजरंग पूनिया को एशियन गेम्स में भेजा जाना सरासर गलत है। सरकार और कुश्ती फैडरेशन को चाहिए कि बजरंग पूनिया का ट्रायल करवाया जाए। उसके बाद ही एशियन गेम्स में भेजा जाए। उन्होंने दावा किया कि फैडरेशन ने विशाल कालीरावण की अनदेखी की जबकि उसका प्रदर्शन बजरंग पूनिया से कहीं बेहतर है।
इस अवसर पर आप नेता मनोज राठी, सूबे सिंह, सुंदर पहलवान, लीली कोच, विकास कोच, पूर्व सरपंच अजीत सिंह, पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति के सदस्य मौजूद रहे। प्रदर्शन में शामिल रोधी खाप के प्रधान हरदीप शर्मा ने कहा कि बजरंग पूनिया को विशाल कालीरावण का चैलेंज स्वीकार करना चाहिए। विशाल कालीरावण मेरी खाप का बेटा है और मैं विशाल की वकालत करता हूं। विशाल को मौका मिलना चाहिए अगर विशाल को मौका नहीं दिया गया तो हमारा संघर्ष जारी रहेगा।
पहलवान विशाल कालीरावण के भाई कृष्ण ने बताया कि विशाल ने चार बार सीनियर नेशनल चैंपियनशिप, सब जूनियर नेशनल चैंपियनशिप, जूनियर एशियन चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल प्राप्त किया है। अभी जो एशियन गेम्स के लिए ट्रायल हुए हैं, उस ट्रायल की पांच कुश्ती में से पांच की पांच कुश्ती जीतकर नंबर 1 स्थान हासिल किया है जबकि, बिना ट्रायल दिए बजरंग पूनिया का सलेक्शन एशियन गेम्स में कर दिया गया, जो कि बहुत गलत है। विशाल का सलेक्शन सभी कुश्तियां जीतकर पहला स्थान प्राप्त करके भी नहीं हुआ। उन्होंने मांग उठाई कि एशियन गेम्स में कोई भी खिलाड़ी बिना ट्रायल के न जाए।