नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बुधवार को कहा कि वैश्विक पहुंच की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति में दो प्रतिष्ठित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) विदेशों में अपने कैंपस स्थापित करने के लिए तैयार हैं।
धर्मेंद्र प्रधान ने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान कहा कि आईआईटी दिल्ली अबू धाबी में एक परिसर का उद्घाटन करने वाला है जबकि आईआईटी मद्रास ने अफ्रीकी देशों की शैक्षिक आवश्यकताओं को हल करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए जांजीबार में अपनी उपस्थिति स्थापित की है। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य भारतीय शैक्षिक उत्कृष्टता की पहुंच को राष्ट्रीय सीमाओं से परे बढ़ाना है। यह कदम भारतीय शिक्षा क्षेत्र के भीतर अंतरराष्ट्रीयकरण की पहल को रेखांकित करता है।
प्रधान ने भारत में कैंपस स्थापित करने के लिए विदेशी संस्थानों को आकर्षित करने के सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए कहा, “कई विदेशी संस्थानों को भारत में आमंत्रित किया गया है। गुणवत्तायुक्त संस्थान देश में आयें, ये हमारी प्राथमिकता है। आज हमारे छात्र बाहर जाने के लिए विवश होते हैं। अब न केवल विदेशी संस्थान भारत आएंगे बल्कि दो ने गुजरात गिफ्ट सिटी में अपने संस्थान खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।”