नोएडा। फर्जी आईएएस बनकर ठगी करने वाले एक व्यक्ति समेत चार लोगों को थाना फेस-वन पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से एक रिवाल्वर, एक पिस्टल, 7 फर्जी आईएएस विजिटिंग कार्ड, 22 कारतूस, एक टेबलेट, 4 मोबाइल फोन, एक आधार कार्ड और कैब के रूप में चलने वाली स्विफ्ट डिजायर कार बरामद हुई है जिस पर भारत सरकार लिखा है।
पुलिस उपायुक्त रामबदन सिंह ने बताया कि गुरुवार शाम को थाना फेस- वन की पुलिस हरौला चौकी के निकट तिराहे पर चेकिंग कर रही थी। तभी एक स्विफ्ट डिजायर कार हूटर बजाते हुए आती दिखाई दी। पुलिस टीम ने रोककर हूटर बजाने का कारण पूछा तो कार में पीछे बैठे दो लोग उतरकर आए। उन्होंने कार में आगे बैठे व्यक्ति को आईएएस और वर्तमान में गृह मंत्रालय में ज्वाइंट डायरेक्टर के पद पर नियुक्त बताया। कार्ड दिखाने के लिए कहा तो असली से मिलता-जुलता एक फर्जी कार्ड दिखाया। कार पर भारत सरकार लिखा हुआ था।
पुलिसकर्मियों ने देखा कि कार पर पीली पट्टी लगी हुई है, जो व्यवसायिक गतिविधियों में चलने का दावा करती है। संदेह होने पर पुलिस टीम ने गहनता से जांच की तो पता चला कि ये लोग फर्जी हैं। कार में आगे बैठे व्यक्ति ने अपना नाम कृष्ण प्रताप सिंह निवासी अहरोली बगेल थाना बनकटा जिला देवरिया बताया।ये खुद को गृह मंत्रालय में जॉइंट डायरेक्टर बता रहा था। फर्जी गनर बने दो लोगों की पहचान सचिन पाठक निवासी कुरावली जिला मैनपुरी और प्रवीन निवासी आदर्श कॉलोनी जिला फरीदाबाद के रूप में हुई, जबकि कार चालक की पहचान सतेंद्र निवासी भैसरोली थाना भौगांव जिला मैनपुरी के रूप में हुई है।
पूछताछ में कृष्ण प्रताप सिंह ने बताया कि वह फर्जी आईएएस बनकर विभिन्न विभागों में कार्यरत अधिकारी/कर्मचारियों से अपने अधिकारी होने के प्रभाव में लेकर कार्य कराने के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी करता है। रौब दिखाकर उनसे अवैध रूप से वसूली करता है। पुलिस ने हरौला चौकी प्रभारी अभेंद्र की शिकायत पर मुकदमा दर्ज करते हुए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।