गाजियाबाद। कचहरी में चल रही हड़ताल के कारण वादकारियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अदालत में अर्जी डालने वालों को भी वापस लौटना पड़ रहा है। ऐसे ही मामला दिव्यांग राजू के साथ हुआ। राजू नासिरपुर पुलिस चौकी इंचार्ज के खिलाफ अदालत में अर्जी डालने पहुंचा था। हड़ताल के कारण दिव्यांग राजू शाह निराश होकर वापस चला गया।
उनके अधिवक्ता ने बताया कि कचहरी में हड़ताल चल रही है, इस कारण से कोई अधिवक्ता अदालत में पेश नहीं हो रहे हैं। इसके बाद राजू शाह ने चौकी इंचार्ज के खिलाफ आईजीआरएस पोर्टल और पुलिस आयुक्त से शिकायत की। वहीं कचहरी के गेट बंद होने के कारण वादकारियों को गेट से कूदकर अंदर जाना पड़ रहा था। वकीलों ने हड़ताल के चलते कचहरी के सभी गेट बंद कर दिए हैं। जिससे आने जाने वाले लोगों को परेशानी हो रही है।
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राजू ने बताया कि बिहार में गौड़ (अनुसूचित) जाति के हैं। राकेश मार्ग स्थित एक सोसायटी में सब्जी की ठेली लगाते हैं। 22 अक्तूबर को गौरव बंसल, रेशमा चौधरी, अश्वनी, सन्दीप, सहित अन्य लोगों ने उनसे रंगदारी मांगी। विरोध करने पर पिटाई कर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया था। आरोप है कि पुलिस ने रिपोर्ट भी दर्ज नहीं की। 28 अक्तूबर को दी तहरीर की जांच के लिए तीन नवंबर को चौकी इंचार्ज ने फोन कर चौकी बुलाया।
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आरोप है कि वहां चौकी प्रभारी सुभाष ने शिकायत वापस नहीं लेने पर जेल भेजने की धमकी दी। दबाव बनाकर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए डरा धमकाकर एक कागज पर जबरदस्ती लिखवा लिया कि सब्जी की ठेली को लेकर कहासुनी हुई थी, इसके अलावा कोई विवाद नहीं हुआ। राजू ने पूरे प्रकरण की जांच करा कार्रवाई की मांग की है। चौकी प्रभारी सुभाष ने बताया कि आरोप निराधार है। जांच के लिए राजू को बुलाया गया था।