लखनऊ। समाजवादी पार्टी(सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा राज पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने सोमवार को ‘एक्स’ पर लिखा है कि ‘भाजपा राज में महंगे सिलेंडर ने खाना दूभर कर दिया है तो जनता ने लकड़ी का जुगाड़ करके अपनी स्व-उज्ज्वला योजना शुरू कर दी है।’
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि अयोध्या में प्रभु श्रीराम की मूर्ति स्थापना के बाद विपक्ष की बौखलाहट और बढ़ गयी है। उसे मुद्दे ही समझ में नहीं आ रहे हैं। नीतीश कुमार को भाजपा के साथ आने के बाद विपक्षी एकता भी चूर-चूर हो गयी। इसी बौखलाहट का परिणाम है कि रविवार को समाजवादी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि नीतिश को भाजपा ने मुख्यमंत्री के पद तक सीमित कर दिया। वे इंडिया गठबंधन में होते तो प्रधानमंत्री बन सकते थे।
वरिष्ठ पत्रकार विजय शंकर पांडेय ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि जब सिलेंडर के दाम कम हो गये हैं तो ऐसे में उनका सोशल मीडिया पर सिलेंडर की महंगाई के बारे में लिखना, समझ से परे हैं। इस तरह की बातें तो यह बताती हैं कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा ही नहीं बचा है। इधर विपक्ष में बिखराव विपक्ष को और परेशान करेगा।
वहीं वरिष्ठ पत्रकार मुनेश्वर मिश्र का कहना है कि विपक्ष मुद्दा विहीन हो चुका है। उसको यह समझ में नहीं आ रहा है कि उसकी राजनीतिक जमीन कैसे बची रहे। राम लहर में विपक्ष के पास बहुमत तो दूर की बात रही, अब सिर्फ उसे अपनी जमीन को बचाये रखने का सवाल उठ खड़ा हुआ है। आने वाले चुनाव में कई दलों का अस्तित्व ही मिट जाने की संभावना है।