लखनऊ। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने यूट्यूबर एल्विश यादव और सिंगर फाजिलपुरिया पर मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में कार्रवाई की है। प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत उत्तर प्रदेश और हरियाणा में उनकी 52.49 लाख रुपये की संपत्ति जप्त की गई है। यह कार्रवाई संदिग्ध वित्तीय लेन-देन और अवैध गतिविधियों से जुड़े होने के आरोपों के तहत की गई है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हाल ही में यूट्यूबर एल्विश यादव, सिंगर राहुल यादव उर्फ फाजिलपुरिया और स्काई डिजिटल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की 52.49 लाख रुपये की संपत्ति जब्त की है। इसमें बिजनौर में एल्विश और फाजिलपुरिया की 3 एकड़ कृषि भूमि और बैंक खातों में जमा राशि शामिल है। यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत की गई है।
नोएडा पुलिस ने पिछले साल नवंबर में रेव पार्टियों में सांपों का ज़हर परोसने के मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया था, जिसमें यूट्यूबर एलविश यादव का नाम भी सामने आया था। पुलिस ने एल्विश यादव को 17 मार्च 2024 को गिरफ्तार किया था। इस मामले में पुलिस द्वारा दाखिल की गई चार्जशीट के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी अपना मामला दर्ज किया और अपनी कार्रवाई शुरू की।
पूछताछ के दौरान एलविश यादव से सिंगर फाजिलपुरिया का नाम भी सामने आया, यह खुलासा हुआ कि एल्विश ने फाजिलपुरिया के गाने “32 बोर” को यूट्यूब पर प्रचलित करने में मदद की थी। इसके अलावा, इस अवैध रूप से बनाए गए वीडियो में सांपों की संरक्षित प्रजातियों को दिखाया गया था, जो कानून के खिलाफ है। इस मामले ने काफी ध्यान आकर्षित किया है और जांच एजेंसियाँ गहनता से इसकी छानबीन कर रही हैं।
इसमें दोनों लोगो को करीब 52 लाख रूपये की कमाई हुई थी। इस गाने की शूटिंग चंडीगढ़ की कंपनी स्काई डिजिटल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने की थी। ED ने तीनो को जांच मे शामिल किया था। इसके बाद उनके विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट, वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट और IPC की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। यह मामला तब सामने आया जब पीपल फार एनिमल्स (पीएफए) नामक एनजीओ के प्रतिनिधि की शिकायत पर नोएडा पुलिस ने नवंबर 2022 में सेक्टर 49 पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की थी।