सोनभद्र – हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नाम का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के मामले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस अधीक्षक डा यशवीर सिंह ने शुक्रवार को बताया कि जन्म मृत्यु कार्यालय में डाटा प्रोसेसिंग असिस्टेंट मनोज कुमार ने दस फरवरी को सूचना दी थी कि श्री मनोहर लाल पुत्र हरवंश लाल के नाम से दो फरवरी को मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया गया है जो पूर्णतः फर्जी है।
इस सूचना पर थाना पन्नूगंज में आईपीसी की धारा 419,420,468,471 के तहत मामला पंजीकृत किया और मामले के खुलासे एवं अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम गठित की गई। इसी सिलसिले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है जिनमें आजमगढ निवासी प्रशान्त मौर्या,मोनू शर्मा,अंसार अहमद,मो कैफ अंसारी और जन्म मृत्यु आंकड़ा अनुभाग में स्टेट कोआर्डिनेटर के पद पर संविदा कर्मी यशवन्त निवासी जिला एटा शामिल हैं। इनके पास से चार लैपटॉप व सात मोबाइल फोन बरामद किये गये है।
पूछताछ करने पर अभियुक्तों ने बताया कि स्वास्थ्य भवन लखनऊ के जन्म एवं मृत्यु आकंड़ा अनुभाग में स्टेट को-आर्डिनेटर के पद पर कार्यरत् यशवन्त द्वारा इन्हे जन्म एवं मृत्यु प्रमाण जारी करने के लिये बनाये गये सीआरएस पोर्टल की आईडी व पासवर्ड दिया जाता है तथा इनके मोबाइल नम्बर को उस आईडी पर पंजीकृत कर दिया जाता है जिससे लॉगिन करते समय ओटीपी भी मिल जाता है जिसकी सहायता से हम जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत करने का कार्य करते है जिसके एवज में हमे प्रत्येक प्रमाण पत्र पर धनराशि मिलती है।
उन्होने बताया कि पिछली दो फरवरी को एक अनजान व्यक्ति ने उन्हे मनोहर लाल पुत्र हरवंश लाल निवासी 719 न्यू प्रेमनगर पोस्ट प्रेमनगर करनाल हरियाणा का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के लिये विवरण व्हाट्सएप के जरिये भेजा था जिसे हमने बनाकर जरिये व्हाट्सएप उसे भेज दिया।
इस कार्य के लिए हमें पैसे मिले। इस मामले में गिरफ्तार पांचों अभियुक्तों के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही के बाद जेल भेजा जाएगा।