जींद। पंजाब के खनौरी और शंभू बॉर्डर पर काफी लंबे समय से चल रहे किसान आंदोलन के लिए आज निर्णायक दिन है। केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच बुधवार को चंडीगढ़ में तीसरे दौर की वार्ता हो रही है। इस बीच किसान नेता भूपेंद्र सिंह ने कहा कि हमें उम्मीद है कि केंद्र सरकार कुछ न कुछ हल निकालेगी।
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किसान नेता ने चंडीगढ़ में हो रही बैठक को लेकर कहा कि किसान संगठनों की केंद्र सरकार से तीसरे दौर की वार्ता चल रही है। हमें उम्मीद है कि केंद्र सरकार कुछ न कुछ हल जरूर निकालेगी। यदि आज हल नहीं निकला, तो हमारा आंदोलन और आगे बढ़ेगा। हमारे दोनों किसान संगठन यही चाहते हैं कि एमएसपी गारंटी कानून लागू हो। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में सरकार बाजार में से केवल 6 प्रतिशत ही खरीद रही है। हमारे दोनों संगठन मांग कर रहे हैं कि जितनी भी फसल हो, वो 100 प्रतिशत सरकारी रेट पर, जो निश्चित कानून बने, एमएसपी के गारंटी कानून पर खरीदी जानी चाहिए। आज की बैठक में डल्लेवाल के शामिल होने पर किसान नेता भूपेंद्र सिंह ने कहा कि वो बैठक में शामिल होने के लिए गए हैं।
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दोनों फोरम से 14-14 लोग बैठक में शामिल होने के लिए गए हैं। अगर आज भी किसानों की मांग नहीं मान ली जाती, तो आने वाले समय में किसान खनोरी बॉर्डर पर पंचायत के जरिए बड़ा फैसला लेंगे। हमारा आंदोलन इसी तरह चलेगा और बड़े ऐलान किए जाएंगे। 22 मार्च को हमारी गंगानगर में बड़ी कॉन्फ्रेंस है। इसके बाद हरियाणा में हमारी कॉन्फ्रेंस होनी वाली है। किसानों की मांगों को लेकर केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच बैठक जारी है। इस बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा शामिल हैं। बैठक चंडीगढ़ सेक्टर-26 के महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट में हो रही है। बैठक में दोनों किसान संगठनों के 28 सदस्य शामिल हैं।