शामली। जिले में वर्ष 2022-2023 के परोई सत्र का 188 करोड़ रुपए बकाया और 52 करोड़ रुपए ब्याज के भुगतान की मांग को लेकर किसान लगातार शामली शुगर मिल पर धरना दे रहे हैं। बुधवार की देर शाम, आंदोलन के दौरान अनंत किसानों ने इसी मांग को लेकर शामली के गुरुद्वारा चौराहे पर जाम लगा दिया। किसानों के जाम लगाने की सूचना पर पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। घंटों की मान-मनौव्वल के बाद जिला अधिकारी के आश्वासन पर किसानों ने जाम खोला और वापस शुगर मिल स्थित धरना स्थल पर आकर बैठ गए।
शामली की कर शादी लाल शुगर मिल पर वर्ष 2022-2023 परोई सत्र का गन्ना किसानों का 188 करोड़ रुपए बकाया है, जबकि किसानों का ब्याज मिल को देना था, जिसका लगभग 52 करोड़ रुपए ब्याज भी बैठता है। किसान बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं। पिछले 15 दिनों से गन्ना किसान शुगर मिल के अंदर धरना दे रहे थे, लेकिन अधिकारियों के बार-बार आश्वासन के बावजूद किसानों को बकाया गन्ना भुगतान नहीं मिल पा रहा था।
बुधवार को देर शाम गुस्साए गन्ना किसानों ने शामली के सबसे व्यस्ततम चौराहे, गुरुद्वारा पर जाम लगा दिया। किसानों के जाम लगाने की सूचना पर पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। सूचना पर आला अधिकारी मौके पर पहुँचे और किसानों से वार्ता की। अधिकारियों ने किसानों और जिलाधिकारी अरविंद चौहान के साथ फोन पर बात कराई, जिसके बाद जिलाधिकारी के आश्वासन पर गन्ना किसानों ने जाम खोला और वापस शुगर मिल के अंदर धरना स्थल पर पहुँच गए।
गन्ना किसानों ने जनपद के एडीएम संतोष सिंह पर भी आरोप लगाए कि उन्होंने गन्ना किसानों और शुगर मिल प्रशासन के बीच निर्णय कराया था, जिससे शुगर मिल प्रशासन मुकर गया।