शामली। कलक्ट्रेट के सामने पानीपत-खटीमा, शामली-सहारनपुर हाईवे पर बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर बैठे किसानों ने मंगलवार की देर रात 3 बजे डीएम और एसपी से तीसरी वार्ता के बाद जाम खोल दिया। अधिकारियों ने किसानों को तहसील में जाकर धरने देने की अनुमति दी। किसान अब तहसील में धरना देकर बैठ गए हैं। कहा कि बकाया गन्ना भुगतान नहीं होने तक उनका धरना जारी रहेगा।
दरअसल, दो दिन से बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर किसानों ने पानीपत-खटीमा, शामली-सहारनपुर हाईवे पर जाम लगाया गया हुआ था। किसान बकाया गन्ना भुगतान और तहसील के अंदर जाने की मांग कर रहे थे। मगर पुलिस ने उन्हें तहसील के अंदर धरना देने से रोक दिया था।जिस पर सभी किसान हाईवे पर ही धरना देकर बैठ गए थे।
मंगलवार की रात डीएम अरविंद चौहान, एसपी रामसेवक गौतम किसानों के बीच में पहुंचे। दोनों अधिकारियों ने दो बार किसानों से वार्ता की मगर वह जाम खोलने को तैयार नहीं हुए। बाद में रात में तीसरी बार फिर से किसानों से वार्ता हुई।
किसान हाईवे से उठकर तहसील में धरना देने की मांग पर अड़ गए।जिस पर डीएम ने कुछ किसानों को तहसील में जाकर धरना देने की अनुमति दी। जिस पर किसानों ने हाईवे से जाम खोल दिया और तहसील में धरना देकर बैठ गए। किसानों ने कहा कि बकाया गन्ना भुगतान नहीं होने तक उनका धरना जारी रहेगा। उधर, देर रात भाकियू युवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव टिकैत भी मौके पर पहुंच गए थे। उन्होंने भी किसानों का समर्थन किया।