नोएडा। किसानों के शोषण और गलत एफआईआर दर्ज होने के मामले को लेकर सोमवार को भारतीय किसान यूनियन मंच का एक प्रतिनिधिमण्डल नोएडा प्राधिकरण के सेक्टर-6 स्थित मुख्य कार्यालय पहुंचा। किसानों का आरोप है कि उन्हें सीईओ से वार्ता के लिए बोर्ड रूम में बैठाया गया। सीईओ ने किसानों से वार्ता नहीं की, तथा वे अपने आफिस से कहीं चले गए। इससे किसान आक्रोशित हो गए और वह सीईओ के कक्ष के बाहर धरने पर बैठ गए।
भारतीय किसान यूनियन मंच के राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक चौहान ने बताया कि नोएडा प्राधिकरण के पिछले लगभग 10 माह से किसानों का एक भी काम नहीं किया तथा लगातार किसानों को आश्वासन देते आ रहे है। आज किसान अपनी समस्याओं को लेकर बोर्ड रूम में बैठे थे और वह पिछले दरवाजे से नोएडा प्राधिकरण से बाहर चले गए। इससे किसानों में आक्रोश पैदा हुआ और किसान सीईओ के ऑफिस के सामने जाकर धरने पर बैठ गए और नोएडा प्राधिकरण के सीईओ के खिलाफ नारेबाजी की। नोएडा प्राधिकरण के विशेष कार्य अधिकारी महेंद्र प्रसाद कहने पर किसान पुनः बोर्ड रूम में बैठ गए और नोएडा प्राधिकरण के चैयरमैन मनोज सिंह से मीटिंग कराने की मांग रखी।
इस दौरान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुधीर चौहान ने कहा कि वर्तमान सीईओ की कार्यशैली से किसान पूर्ण रूप से असंतुष्ट हैं तथा वह केवल किसानों को टरकाने की बात करते हैं और कोई भी निर्णय लेने में सक्षम नहीं है। उन्होंने कहा कि सीईओ ने चार्ज लेने के समय आश्वासन दिया गया था कि किसानों के कामों में गति आएगी, परंतु इसके विपरीत किसानों के कामों को बिल्कुल बंद कर दिया है। अधिग्रहण व नक्शा नीति के नाम पर ग्रामीण क्षेत्र में शोषण हो रहा है।
आए दिन अखबारों में भ्रामक खबरें निकाली जा रही हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्र में रोष व्याप्त है। सुधीर चौहान ने कहा कि जल्द ही चेयरमैन से मीटिंग करके किसनों की स्थिति से अवगत कराया जाएगा और अगर कोई निर्णय नहीं लिया गया तो नोएडा प्राधिकरण के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू किया जाएगा जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन-प्रशासन और नोएडा सीईओ की होगी।
इस अवसर पर सुरेंद्र प्रधान, सूरज प्रधान, गौतम लोहिया, प्रमोद त्यागी, अशोक चौहान, आशीष चौहान, विक्रम यादव, प्रिंस भाटी, रिंकू यादव, भंवर सिंह, रोहतास चौहान, तेज सिंह चौहान, राकेश चौहान, मुनेश प्रधान, रोहित शर्मा, नरेश चौहान, विमल त्यागी, राजवीर चौहान, कवित गुर्जर, विजयपाल चौहान, सुरेंद्र फौजी, लोकेश चौहान सहित अन्य किसान मौजूद रहे।