गाजियाबाद। समाज में बेटी पैदा होने पर गलत मानसिकता रखने वाले लोग हैं। वहीं एक पिता ने अपनी दोनों बेटियों को लक्ष्मी का रूप माना है। पिता अपनी दोनों बेटियों को कांवड़ में बैठाकर हरिद्वार से अपने गंतव्य के लिए रवाना हो रहा है।
कंकरखेड़ा पहुंचने पर कांवड़िये व दोनों बेटियों के साथ सेल्फी व फोटो लेने वालों की भीड़ लग गई। गाजियाबाद के मोदीनगर के पास स्थित गढ़ी गदाना गांव निवासी धर्मेद्र ने बताया कि वह मिनी मेट्रो चलाने का काम करता है। उसकी शादी 15 साल पूर्व संगीता से हुई थी। शादी के बाद दोनों के पांच बच्चे हुए साधना, सृष्टि, देवराज, विधि व ज्योति।
कांवड़िया ने बताया कि बेटियों ने हरिद्वार जाने की बात कही थी। जिसके वह अपने परिवार को लेकर हरिद्वार पहुंचा। जहां उसने परिवार के साथ गंगा में डुबकी लगाई। 15 जुलाई को दोनों बेटियों विधि व ज्योति को कांवड़ में बैठाकर हरिद्वार से मोदीनगर के लिए रवाना हो गया।