मुजफ्फरनगर। पति का उत्पीड़न जेल रही महिला ने पुलिस प्रशासन से पति के लिए सजा-ए-मौत की मांग की है। महिला ने अपने पति पर आरोप लगाते हुए कहा कि धोखाधड़ी से अपने दोस्तों के साथ मिलकर मेरे साथ बंदूक की नोक पर बारी-बारी से बलात्कार किया है।
वही किसी के सामने जिक्र करने या पुलिस को जानकारी देने पर जान से मारने की धमकी देते हुए चुप रहने की बात कही। पीड़ित महिला ने जल्द ही इंसाफ न मिलने की स्थिति में महिला ने पुलिस प्रशासन से इच्छा मृत्यु की मांग की है।
शनिवार को पुरानी तहसील मार्केट स्थित मीडिया सेंटर पर पीड़ित महिला रानी निवासी थाना चरथावल ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए अपना दुखड़ा सुनाते हुए इंसाफ की गुहार पुलिस प्रशासन से लगाई है।
पीड़ित महिला ने बताया कि करीब डेढ़ वर्ष पूर्व उसकी शादी मुस्लिम रीति रिवाज के अनुसार खालापार निवासी अरशद के साथ हुई थी।
आरोप है कि शादी के बाद से ही किसी बात को लेकर दोनों में विवाद चल रहा था जिसके चलते अरशद ने तलाक देते हुए घर से निकाल दिया था। इस बीच पीड़िता के गांव के ही युवक आरिफ पुत्र जमील ने रानी से शादी करने का दावा करते हुए उसको अपना लिया एवं उसको दक्षिणी खालापार में किराए पर लेकर रहने लगा।
आरोप है कि पति आरिफ द्वारा पीड़िता के साथ शादी के बाद से ही अप्राकृतिक रूप से संबंध बनाने का दबाव देने लगा। मना करने पर पीड़िता के साथ मारपीट करते हुए घर से निकालने एवं तलाक देने की धमकी देता था।
पीड़िता ने बताया कि कुछ रोज पहले आरिफ अपने दोस्तों एजाज पुत्र नामालूम प्रवेश पुत्र भल्ला तथा कल्लू पुत्र ममनून निवासी गांव निर्धना थाना चरथावल को अपने कमरे पर लेकर आया था, जिसके बाद वह एक हफ्ते तक बारी बारी से पीड़िता के साथ संबंध बनाते रहे।
पीड़िता ने बताया कि पुलिस को सूचित करने पर जान से मारने की धमकी भी दी जा रही थी जिसकी वजह से पीड़ित महिला अभी तक शांत बैठी हुई थी। पीड़ित महिला ने अपने पति व पति के दोस्तों से अपनी जान माल का खतरा जताते हुए पुलिस प्रशासन एवं जिला प्रशासन से भविष्य में अनहोनी होने की चिंता जताते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई है।
पत्रकारों से वार्ता करते हुए पीड़ित महिला ने बताया कि प्रदेश में काबिज भाजपा की योगी सरकार के बावजूद महिलाओं पर उत्पीड़न की इंतहा हो रही है। पीड़िता ने कहा कि महिलाओं पर शोषण करने वाले लोगों को खुलेआम घूमने के लिए योगी के खाकी धारियों ने छूट दी हुई है। पीड़िता ने कहा कि योगीराज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर किए गए दावे केवल कागजों में ही सिमट कर रह गए हैं।
उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के लिए केवल दीवारों पर स्लोगन लिखने से अभियान सफल नहीं होगा, इसके लिए योगी के खाकी धारियों को धरातल पर कार्य करके दिखाना पड़ेगा तभी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान सफल हो पाएगा।
पीड़ित महिला ने कहा कि यदि मुझे जल्द ही इंसाफ नहीं मिला तो मैं महिला आयोग तक जाऊंगी। उन्होंने कहा कि महिला आयोग में जाने के पश्चात भी इंसाफ न मिलने के बाद जिला प्रशासन से इच्छा मृत्यु की गुहार लगाती हूं।