नोएडा । नोएडा में महिला संबंधित अपराधों के मामलों में पुलिस की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। लापता हुई जनपद महाराजगंज की एक युवती को पुलिस ढूंढ नहीं पाई और माता-पिता के कहने मात्र से फाइनल रिपोर्ट लगाकर केस खत्म कर दिया। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने गंभीर लापरवाही मानते हुए एनएसईजेड चौकी के प्रभारी रहे रणधीर सिंह को निलंबित कर दिया है।
मूलरूप से यूपी के महाराजगंज का दंपती कोतवाली फेज-दो क्षेत्र के गांव ककराला में रहता था। युवती के माता-पिता फैक्ट्री में काम करते थे। करीब तीन माह पहले उनकी बालिग बेटी अचानक लापता हो गई। पुलिस ने स्वजन की सूचना पर गुमशुदगी दर्ज की। कुछ दिनों बाद मैनपुरी के एक युवक पर बहला-फुसलाकर ले जाने का आरोप लगाया।
युवती को बरामद करने की जिम्मेदारी तत्कालीन एनएसईजेड चौकी प्रभारी रणधीर सिंह को मिली। विवेचक रणधीर सिंह ने खोजबीन की तो युवती नहीं मिली। इसी बीच युवती के स्वजन ने मौखिक रूप से पुलिस को बताया कि उनकी बेटी मिल गई है और महाराजगंज में है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक विवेचक ने मौखिक बयान के आधार पर ही केस को समाप्त करते हुए फाइनल रिपोर्ट लगा दी। जिस पर एसीपी ने आपत्ति लगाते हुए वापस कर दी। विवेचनाओं की समीक्षा में मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आया।
सेंट्रल नोएडा की डीसीपी सुनीति का कहना है कि युवती अभी तक मिली नहीं है। विवेचक रहे रणधीर सिंह ने विवेचना में लापरवाही बरती। बिना युवती को बरामद किए ही फाइनल रिपोर्ट पेश कर दी। जिसे निरस्त कर दिया है। युवती की तलाश जारी है। विवेचना में लापरवाही बरतने पर उपनिरीक्षक रणधीर सिंह को निलंबित कर दिया है।
इसके अलावा कार्य में लापरवाही बरतने पर ही कोतवाली सेक्टर-20 के अट्टा चौकी प्रभारी कृष्णवीर सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया है। एसीपी रजनीश वर्मा ने बताया कि कृष्णवीर द्वारा विभाग के कार्यों में लगातार लापरवाही बरती जा रही थी। जनशिकायत का भी संबंधित चौकी प्रभारी द्वारा समय से निस्तारण नहीं किया जा रहा था।