शिमला। हिमाचल प्रदेश के लिए रविवार का दिन बेहद खास रहा, जब शिमला और किन्नौर जिलों में सीजन की पहली बर्फबारी हुई। बर्फबारी होने के कारण ठंड बढ़ गई है। शिमला की सड़कों पर बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में दिसंबर के दूसरे सप्ताह में सीजन की पहली बर्फबारी हुई है। कई दशक बाद यहां इतनी जल्दी बर्फ गिरी है। आमतौर पर शिमला में बर्फबारी दिसंबर के अंत या जनवरी में होती है, लेकिन इस बार समय से पहले बर्फबारी ने पर्यटकों को आश्चर्यचकित कर दिया।
शिमला में सैर करने आए पर्यटक इस बर्फबारी का जमकर आनंद ले रहे हैं। बर्फ से ढंकी पहाड़ियों और सड़कों पर पर्यटक मस्ती करते हुए बर्फ में खेलते नजर आ रहे हैं। शिमला के अलावा किन्नौर जिले में भी सीजन की पहली बर्फबारी हुई है, जिससे तापमान शून्य के नीचे चला गया। किन्नौर जिले में बर्फबारी के कारण स्थानीय जलस्त्रोत जमने लगे हैं। इस बर्फबारी ने जिले के किसानों और बागवानों को राहत दी है, क्योंकि उन्हें सूखे के कारण काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था।
बर्फबारी के कारण इन किसानों और बागवानों के लिए पानी की उपलब्धता बेहतर होगी। किन्नौर के बागवानों और किसानों के लिए बर्फबारी एक वरदान साबित हुई है। उन्हें इस मौसम में बहुत समय से बर्फबारी का इंतजार था, ताकि सूखा और पानी की कमी की समस्या से छुटकारा पाया जा सके। बर्फबारी के बाद अब इन क्षेत्रों में जल स्रोतों में पानी का स्तर बढ़ने की संभावना है, जिससे कृषि कार्यों और बागवानी में मदद मिलेगी। बर्फबारी के बाद पर्यटकों की संख्या में इजाफा होने की उम्मीद है। बर्फबारी से जिले का आकर्षण बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।