रायपुर। प्रदेश में हुए खनिज न्यास निधि (डीएमएफ) घोटाले के मामले में गिरफ्तार पूर्व आईएएस अधिकारी रानू साहू और मीरा वारियर को आज मंगलवार ईडी ने विशेष कोर्ट में पेश किया। दोनों आरोपितों की 5 दिनों की कस्टोडियल रिमांड समाप्त होने के बाद कोर्ट में सुनवाई हुई। जिसके बाद उन्हें 14 दिनों की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। अब रानू साहू और माया वारियर 5 नवंबर तक जेल में रहेगी।
कोयला घोटाले में पहले से ही जेल में बंद निलंबित आईएएस अधिकारी रानू साहू को प्रवर्तन निदेशालय ( ईडी) ने उन्हें डीएमएफ (जिला खनिज निधि मद) घोटाले में पूछताछ के लिए गुरुवार को गिरफ्तार कर रिमांड पर ले लिया था ।न्यायाधीश ने दोनों पक्षों के तर्कों को सुनने के बाद रानू को 22 अक्टूबर तक पांच दिन की रिमांड मंजूर की थी ।ईडी के विशेष लोक अभियोजक डॉ. सौरभ पांडेय ने बताया कि रानू साहू पर आरोप है कि उन्होंने कोरबा में 2021-2022 और रायगढ़ में 2023 के दौरान कलेक्टर रहते हुए डीएमएफ फंड का दुरुपयोग किया और फर्जीवाड़ा किया। जांच के दौरान ईडी को इस संबंध में कई सबूत मिले हैं।
उल्लेखनीय है कि रानू साहू जून 2021 से जून 2022 तक कोरबा में कलेक्टर थीं। इसके बाद फरवरी 2023 तक वह रायगढ़ की भी कलेक्टर रहीं। इस दौरान माया वारियर भी कोरबा में पदस्थ थीं। कलेक्टर रानू साहू से करीबी संबंध होने के कारण कोयला घोटाले को लेकर माया वारियर के दफ्तर और घर में ईडी ने छापा मारा था।डीएमएफ की बड़ी राशि आदिवासी विकास विभाग को प्रदान की गई थी। जिसमें घोटाले का आरोप है। इसका प्रमाण मिलने के बाद ईडी ने माया वारियर को भी गिरफ्तार किया है।