गाजियाबाद। नंदग्राम के सेवानगर के बाद मोदीनगर की विजयनगर काॅलोनी में बीमारी दूर करने का झांसा देकर धर्मांतरण कराने का मामला सामने आया है। इसके आरोप में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। उनसे पूछताछ में खुलासा हुआ है कि वे 100 लोगों का धर्मांतरण करा चुके हैं। इसके लिए उन्हें दिल्ली और केरल की संस्थाओं से फंडिंग हो रही है। पुलिस अब फंडिंग करने वालों की जानकारी जुटा रही है।
इस मामले में विजयनगर की संगीता ने मोदीनगर थाने में केस दर्ज कराया। इसमें बताया गया कि एलएलबी की पढ़ाई कर रहा उनके जेठ का बेटा आशु उनकी सास अशरफी और ससुर किशनपाल पर धर्मांतरण के लिए दबाव बना रहा है। पुलिस ने जांच-पड़ताल की तो पता चला कि आशु यह सब पोलूस मसीह, पास्टर रासी बलियार सिंह और छट्ठू कुमार शाह के कहने पर कर रहा है। ये चारों ही लोगों का धर्मांतरण कराते हैं। धर्मांतरण कराने के साक्ष्य मिलने पर चारों को गिरफ्तार कर लिया गया।
डीसीपी देहात सुरेंद्रनाथ तिवारी ने बताया कि विजयनगर कॉलोनी निवासी आशु, मोदीपोन कॉलोनी निवासी पोलूस मसीह, ओडिशा के गजापति निवासी पास्टर रासी बलियार सिंह और बिहार के रोहताश के गांव जमरोठ निवासी छट्ठू कुमार शाह ने पूछताछ में धर्मांतरण कराना कुबूल किया है।आशु, रासी बलियार सिंह और छट्ठू फिलहाल गौतमबुद्धनगर के सलारपुर में रहते हैं।
आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि उन्हें ईसाई धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए दिल्ली और केरल की संस्था से फंडिंग मिलती है। उनके बैंक खातों में इसकी जानकारी मिली है। एक व्यक्ति का धर्मांतरण कराने पर 3500 रुपये तक मिलते हैं। ये चारों अब तक 100 लोगों का धर्मांतरण करा चुके हैं।