गाजियाबाद। केदारनाथ में बादल फटने से बहे चार दोस्तों का 48 घंटे बाद भी पता नहीं चल सका है। राज्य आपदा प्रबंधन की टीम उनकी तलाश में अभियान चला रही हैं। वहीं, पांचों के घर में महिलाएं और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। शुक्रवार को अर्चना एंक्लेव और दीपक विहार में सभी के घर पर मिलने वालों का तांता लगा रहा।
उधर, हादसे में बाल-बाल बचे सचिन दोपहर तक घर नहीं लौटे। सचिन के पिता मुकेश शाह उत्तराखंड के लिए रवाना हो गए हैं।
खोड़ा के अर्चना एंक्लेव निवासी चिराग गुप्ता के पिता अनुराग गुप्ता ने बताया कि उनका बेटा और चार अन्य लोग बृहस्पतिवार रात ढाई बजे ऋषिकेश पहुंच गए थे। वहां उन्हें पता चला कि लिंचौली में बादल फटने से बहे लोगों को निकालकर ऋषिकेश के एम्स लाया गया।
इस पर सभी लोग एम्स पहुंचे लेकिन वहां कोई नहीं मिला। इसके बाद सभी रूद्रप्रयाग के लिए निकल गए। सुबह नौ बजे लिंचौली से पहले उत्तराखंड पुलिस ने उनकी गाड़ी को रोक कर आगे जाने से मना कर दिया। वह सभी थाने में बैठ कर बेटों के लौटने का इंतजार कर रहे हैं। उनके मुताबिक, दोपहर बाद तक भी चारों दोस्तों का कुछ नहीं पता चला।