मेरठ। जीएसटी के 99 लाख रुपये रिफंड कराने के नाम पर गाजियाबाद के कारोबारी से 30 लाख की ठगी कर ली गई। थाने में और एसएसपी के यहां शिकायत करने के बाद भी रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई तो पीड़ित ने आईजी के यहां गुहार लगाई। आईजी के आदेश पर रोहटा पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
गाजियाबाद लोनी के गुलाब वाटिका निवासी अनिल कुमार पुत्र महेंद्र शाह की एके इंटरप्राइजेज नाम से लोनी में कंपनी है। कंपनी पर नवंबर 2022 में जीएसटी का छापा पड़ा था। जिसमें जुर्माने के तौर पर उनके खाते से 70 लाख रुपए निकाल लिए गए थे और 29 लाख रुपए मौके से जब्त किए लिए थे। जीएसटी टीम ने उन्हें कार्यालय में बुलाया था। गाड़ी में बैठकर जीएसटी कार्यालय जाते हुए वह अपने भाई प्रदीप कुमार व सुभाष माहेश्वरी से बात कर रहे थे। तब उनके गाड़ी चालक प्रमोद भाटी ने उनकी बात सुनी। उसने बताया कि मेरठ के रोहटा थाना के सतवाई गांव का राजकुमार उर्फ राजकुमार सतवाई की जीएसटी विभाग में अच्छी पकड़ है। वह अपने भाइयों के साथ राजकुमार के घर पहुंचे। राजकुमार ने खुद को केंद्र सरकार का क्लास-1 का अधिकारी बताते हुए 99 लाख रुपये रिफंड कराने का आश्वासन दिया। इसके लिए 30 लाख रुपये जीएसटी विभाग में देने के लिए मांगे। उसने कहा कि इसकी रसीद दूंगा। साथ ही 10 लाख रुपये व 55 इंच की एलईडी खुद के लिए मांगी।
उन्होंने 14 नवंबर 2022 को 15 लाख रुपए राजकुमार को उसके घर जाकर दिए। राजकुमार उन्हें लेकर मेरठ के जीएसटी कार्यालय लेकर गया और उन्हें बाहर गेट पर खड़ा करके पैसे जमा करने की बात कहकर अंदर चला गया। 15-20 मिनट बाद उसके बाहर आने पर रसीद मांगी तो राजकुमार ने कहा कि 15-20 दिन में एनओसी मिल जाएगी। इसके बाद 17 नवंबर को उन्होंने 15 लाख रुपये और दिए।
इस रकम को भी इसी तरह जमा कराने की बात कहकर वह उन्हें जीएसटी कार्यालय के बाहर खड़ा करके अंदर चला गया। 20 दिन बाद जब उन्होंने एनओसी मांगी तो राजकुमार टालमटोल करने लगा। पीड़ित ने रोहटा थाने में शिकायत की, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। एसएसपी के यहां से भी आश्वासन नहीं मिला। आईजी के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज की गई है।