गुरुग्राम। गुरुग्राम पुलिस ने 80 लाख रुपयों की ठगी के मामले में एक फर्जी डीएसपी को भी गिरफ्तार किया है। इससे पहले पुलिस इस केस में सात आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस प्रवक्ता ने शुक्रवार को बताया कि आरोपियों के पास से ठगे गए 80 लाख रुपये में से 40 लाख रुपये बरामद भी किए जा चुके हैं।
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने जानकारी दी है कि ट्रयू कॉलर ऐप से उसने डीएसपी की फर्जी आईडी बनाई थी। इसके बाद उसने फर्जी डीएसपी बनकर पीडि़ता को गिरफ्तारी का भय दिखाया और उससे रुपये ट्रांसफर करवा लिए। पुलिस के अनुसार शुक्रवार को गिरफ्तार किए गए आरोपी के पास से एक लाख रुपये बरामद किए गए हैं। इस तरह से अब तक पकड़े गए सभी सात आरोपियों से ठगी गई रकम के आधे यानी 80 लाख रुपये में से 40 लाख रुपये बरामद किए जा चुके हैं। पुलिस इस मामले की तह तक जाने के लिए काम कर रही है।
बता दें कि 21 दिसंबर 2024 को पुलिस थाना सेक्टर-10 गुरुग्राम में एक महिला ने शिकायत दी थी कि उसके बैंक खाते में जमीन बिक्री के रुपये आए थे। उनके खाते को उनकी 15 साल की पोती ऑपरेट करती है। कुछ लोगों द्वारा उनकी पोती को डरा-धमकाकर व उसकी फोटो वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करके बैंक खाते से करीब 80 लाख रुपए ट्रांसफर करवा लिए। इस शिकायत पर थाना सेक्टर-10 गुरुग्राम में केस दर्ज किया गया। प्रबंधक निरीक्षक रामबीर की टीम ने इस मामले में लगातार कार्रवाई की गई। पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक इस मामले में एक आरोपी को गुरुवार को मेवात से काबू किया गया है। आरोपी की पहचान लियाकत निवासी लोहिंगा खुर्द जिला नूंह के रूप में हुई है। एक आरोपी को 17 मार्च 2025 को पटौदी से काबू किया गया था। आरोपी की पहचान फरदीन निवासी गांव जांक जिला नूंह के रूप में हुई है। अब तक इस केस में सात आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। इन गिरफ्तारी से साफ हो चुकी है कि इस ठगी की वारदात में बड़ा गिरोह काम कर रहा था।