मुजफ्फरनगर। रंग-गुलाल की बौछार, आपसी मेल जोल और सद्भाव का संदेश देने वाला होली का त्योहार जनपद में मंगलवार को धार्मिक परम्परा और पारंपरिक हर्षोल्लास के साथ मनाया गया है। सवेरे से ही घरों में होलिका पूजन के साथ ही फाग की तैयारियां होने लगी थीं।
शहरों में जहां होलिका पूजन हुआ, वहीं गांव देहात में देवता पूजन के साथ ही होलिका पूजन शांतिपूर्वक पूर्ण आस्था और श्रद्धा के साथ हुआ। होलिकोत्सव के अवसर पर लोगों ने होलिका का पूजन किया। होलिका पूजन के दौरान शहर के कई मार्गों पर जाम की स्थिति बनी रही। यातायात सुचारू करने के लिए पुलिसकर्मियों को जद्दोजहद करते हुए देखा गया। होलिका पर्व और शब-ए-बरात होने के कारण जनपद में सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी नजर आई।
होलिका पूजन और दहन के दौरान मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में पुलिस फोर्स तैनात किया गया था। सुरक्षा के मद्देनजर मुजफ्फरनगर जिले को 20 जोन और 60 सेक्टरों में बांटा गया। अतिरिक्त पुलिसबल की व्यवस्था की गई। संवेदनशील क्षेत्रों के लिए पुलिस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था का प्लान तैयार किया था, जो आज पूरी तरह से धरातल पर नजर आया।
होलिका पूजन को देखते हुए सवेरे से ही जनपद के सभी थाना क्षेत्रों में पुलिस भ्रमण करती नजर आई। होली और शब-ए-बरात पर्व को देखते हुए पुलिस और खुफिया विभाग की टीमों ने रेलवे स्टेशन, रोडवेज बस अड्डे, मुख्य चैराहों, होटल, ढ़ाबों, भीड़ वाले व संवेदनशील क्षेत्रों और सार्वजनिक स्थलों पर चैकिंग को जारी रखा और संदिग्ध दिखने वाले लोगों की तलाशी भी ली गई।
इस साल जिलेभर में करीब 1200 स्थानों पर होलिका पूजन किया गया। इस दौरान सुरक्षा के लिए सभी स्थानों पर पुलिस तैनात रही। सवेरे से ही महिलाएं, पुरुष और बच्चे भी नये परिधान पहनकर अपने अपने क्षेत्रों में होलिका पूजन के लिए निकले तो होली का उल्लास नजर आया। जिले में शहर और गांव देहात में होलिका स्थलों पर पूजन के लिए महिलाएं सुबह सात बजे से ही पहुंचना शुरू हो गई थी।